Jamshedpur Rural Inspection: एनइपी के डायरेक्टर ने बनमाकड़ी में योजनाओं का निरीक्षण, ग्रामीणों से सीधी बातचीत में खुलासा
एनइपी के डायरेक्टर संतोष कुमार ने शनिवार को बनमाकड़ी पंचायत का दौरा किया और विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया। जानें किस योजना ने मचाई धूम और कैसे हुई सुधार की प्रक्रिया।
जमशेदपुर, 21 दिसंबर 2024: जमशेदपुर ग्रामीण क्षेत्र के बनमाकड़ी पंचायत में शनिवार को एनइपी (नेशनल इम्प्लॉयमेंट प्रोवाइडर) के डायरेक्टर संतोष कुमार ने अपने दल के साथ पंचायत की विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया। इस दौरे में उन्होंने पंचायत के स्वास्थ्य, रोजगार और विकास योजनाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीणों को इन योजनाओं का पूरा लाभ मिले।
बनमाकड़ी अस्पताल का निरीक्षण: स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर जोर
एनइपी के डायरेक्टर संतोष कुमार सबसे पहले बनमाकड़ी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने अस्पताल की सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में मरीजों को समय पर उचित इलाज मिलने की जरूरत को प्रमुखता दी और कहा कि अस्पताल के सभी संसाधनों को दुरुस्त रखा जाए ताकि कोई भी मरीज बिना इलाज के न जाए।
इस दौरान उन्होंने अस्पताल की सफाई, चिकित्सा उपकरणों और डॉक्टरों के रुटीन चेकअप की भी जांच की। उनके निर्देश के बाद अस्पताल के कर्मचारियों को मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का आदेश दिया गया।
मनरेगा योजनाओं का भौतिक निरीक्षण: विकास कार्यों पर संतोष
इसके बाद, संतोष कुमार ने मनरेगा योजनाओं के अभिलेख की जांच की और पंचायत सचिवालय में मौजूद दस्तावेजों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने 15वें वित्त आयोग से संचालित योजनाओं के भौतिक सत्यापन को भी देखा। इस दौरान सभी योजनाओं के कार्यों और उनके कार्यान्वयन की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया गया।
पंचायत के कैश बुक को भी जांचा गया, जिसमें सभी प्रविष्टियां सही पाई गईं। इससे यह साफ हुआ कि पंचायत के सभी योजनाओं और वित्तीय कार्यों में पारदर्शिता बरती जा रही है।
आम बागवानी और दीदी बाड़ी योजनाओं का प्रगति रिपोर्ट: ग्रामीणों की भूमिका महत्वपूर्ण
संतोष कुमार ने आम बागवानी और दीदी बाड़ी योजनाओं की प्रगति का भी निरीक्षण किया। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देना और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करना है। डायरेक्टर ने इन योजनाओं की सफलता के बारे में जानकारी ली और कहा कि ऐसी योजनाओं का विस्तार और सफलता ग्रामीणों की सहभागिता से ही संभव हो सकता है।
मजदूरी रोजगार योजना का फीडबैक: ग्रामीणों से सीधी बातचीत
संतोष कुमार ने मौके पर मनरेगा योजना के तहत काम कर रहे मजदूरों से भी बातचीत की। उन्होंने जानने की कोशिश की कि मनरेगा के तहत मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की प्रक्रिया कितनी सफल रही है और क्या कोई परेशानियाँ आ रही हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने संतोष कुमार को बताया कि योजना से उन्हें रोजगार मिला है, लेकिन कुछ स्थानों पर मजदूरी दर को लेकर समस्याएं हैं, जिन्हें जल्दी सुलझाने की आवश्यकता है।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका: योजना का सुचारू संचालन
इस दौरान बीडीओ डांगुर कोड़ा, सीओ मनोहर लिंडा, सहायक अभियंता कासीम अंसारी, कनीय अभियंता सोमनाथ चौधरी, मुखिया मनमथ देहुरी, और पंचायत सचिव गनुरिया पूर्ति भी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने योजनाओं के कार्यान्वयन में संतोष कुमार को जानकारी दी और आवश्यक सुधारों की बात की।
समाप्ति: पंचायत में विकास की नई राह
इस दौरे के बाद, एनइपी के डायरेक्टर संतोष कुमार ने योजनाओं की सफलता को लेकर संतोष व्यक्त किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इन योजनाओं के तहत और भी सुधार करें, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीणों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके। इस दौरे से यह स्पष्ट हो गया कि बनमाकड़ी पंचायत में सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन को लेकर अधिकारियों का ध्यान है और उन्हें सुधार के साथ-साथ प्रभावी कार्य करने की पूरी कोशिश करनी चाहिए।
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