Jamshedpur Murder Mystery: मामूली कहासुनी बनी मौत की वजह, साले ने ही पीट-पीटकर जीजा को मार डाला!
जमशेदपुर के कदमा में शराब पीने के दौरान हुई कहासुनी जानलेवा बन गई। कारोबारी के ड्राइवर विकास पासवान की पीट-पीटकर हत्या, आरोपी रिश्तेदार फरार, पत्नी ने दर्ज कराई हत्या की एफआईआर।

झारखंड के औद्योगिक शहर जमशेदपुर में एक और घरेलू विवाद ने खौफनाक मोड़ ले लिया है।
इस बार हत्या का केंद्र बना कदमा थाना क्षेत्र, जहां रविवार रात एक मामूली कहासुनी ने साले-जीजा के रिश्ते को खूनी अंजाम तक पहुँचा दिया।
सोनारी पंचवटी नगर निवासी 35 वर्षीय विकास पासवान, जो सीएच एरिया के एक व्यापारी की कार चलाया करते थे, रविवार रात तिस्ता रोड स्थित क्वार्टर नंबर 22 में अपनी मौसेरी बहन रिंकी देवी के घर आए थे।
इस मुलाकात के दौरान, रिंकी का ममेरा भाई राज बहादुर भी वहां मौजूद था।
शराब के जाम और शब्दों की जंग: कैसे टूटा संतुलन?
रात के करीब 8 बजे दोनों रिश्तेदारों के बीच शराब पीते वक्त किसी बात पर बहस शुरू हो गई।
कुछ ही देर में यह बहस इतनी उग्र हो गई कि बात हाथापाई तक पहुंच गई।
परिजनों का आरोप है कि राज बहादुर ने विकास को बुरी तरह पीट दिया, खासकर सिर और शरीर के पिछले हिस्से पर गंभीर चोटें पहुंचाईं।
घटना की सूचना रात 11 बजे विकास की पत्नी रूपा कुमारी को मिली, जो तुरंत मौके पर पहुंचीं और अपने घायल पति को टीएमएच अस्पताल लेकर गईं।
अस्पताल में दो दिनों तक इलाज चला, लेकिन मंगलवार रात को विकास की मौत हो गई।
अस्पताल ने शव देने से किया इनकार, आर्थिक तंगी फिर बनी बाधा
मृतक की पत्नी का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने पैसे की कमी बताकर शव देने से मना कर दिया, जिससे परिजन और भी तनाव में आ गए।
यह मुद्दा सिर्फ हत्या तक सीमित नहीं रह गया, अब इसमें स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था की क्रूर सच्चाई भी उजागर हो रही है।
पुलिस जांच में तेजी, आरोपी अब तक फरार
घटना की जानकारी मिलते ही कदमा पुलिस हरकत में आई।
रूपा कुमारी के बयान के आधार पर आरोपी राज बहादुर के खिलाफ हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
हालांकि, खबर लिखे जाने तक राज बहादुर फरार है, और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा: गहरे जख्मों से हुई मौत
डॉक्टरों के अनुसार, विकास के सिर के पिछले हिस्से सहित शरीर के कई भागों पर गहरी चोटें थीं, जो उनके प्राणघातक होने की पुष्टि करती हैं।
शव का पोस्टमार्टम गुरुवार को कराया जाएगा, जिसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होगी।
जमशेदपुर में घरेलू रिश्तों का बदलता चेहरा
यह पहला मौका नहीं है जब रिश्तों की गरिमा इतनी गिर गई हो कि वो हिंसा और हत्या में तब्दील हो जाए।
पिछले वर्षों में जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहरों में घरेलू विवादों से जुड़ी हिंसात्मक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और सबसे चिंताजनक बात यह है कि इनमें नजदीकी रिश्तेदार ही शामिल हो रहे हैं।
2021 में भी कदमा क्षेत्र में एक युवक ने अपने जीजा की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी थी क्योंकि उसे लगा कि उसके परिवार में उसकी ‘इज्जत’ नहीं हो रही।
इस तरह की घटनाएं समाज में मानसिक संतुलन, नशे की लत और परिवारिक संवाद की कमी की ओर इशारा करती हैं।
क्या यह एक चेतावनी है?
इस घटना से कई सवाल उठते हैं—
क्या शराब अब सिर्फ सामाजिक बुराई नहीं, बल्कि हत्याओं की वजह बन चुकी है?
क्या रिश्तेदारों के बीच विश्वास और संवाद खत्म हो चुका है?
और सबसे बड़ी बात, क्या हमारे कानूनी और स्वास्थ्य तंत्र पीड़ित को न्याय और सहारा देने में सक्षम हैं?
आपकी राय क्या है?
नीचे कॉमेंट करें और बताएं—क्या ऐसे घरेलू झगड़े अब सामान्य होते जा रहे हैं या समाज को अब सख्ती से कुछ करना चाहिए?
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