जमशेदपुर में अवैध धंधों का खुलासा: पुलिस की मिलीभगत का संदेह

जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में एसडीओ पारुल सिंह की छापामारी में अवैध बालू उठाव और नशीली दवाओं का खुलासा। पुलिस की मिलीभगत के आरोप, अवैध धंधे बंद नहीं हुए।

Sep 12, 2024 - 18:03
Sep 12, 2024 - 20:15
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जमशेदपुर में अवैध धंधों का खुलासा: पुलिस की मिलीभगत का संदेह
जमशेदपुर में अवैध धंधों का खुलासा: पुलिस की मिलीभगत का संदेह

जमशेदपुर: 12 सितंबर 2024 - जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध धंधों का खुलासा बुधवार को एसडीओ पारुल सिंह की छापामारी में हुआ। इस छापामारी के दौरान नदी किनारे अवैध बालू उठाव और बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं की बरामदगी की गई। एसडीओ की कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में अवैध धंधे पुलिस के संरक्षण में चल रहे हैं।

एसडीओ पारुल सिंह ने बताया कि छापामारी के दौरान आठ गाड़ियों को पकड़ा गया, जो अवैध बालू उठाव में शामिल थीं। इसके अलावा, भारी मात्रा में नशीली दवाएं भी जब्त की गईं। यह खुलासा पहले से ही शार्प भारत द्वारा प्रकाशित खबरों में किया गया था, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।

हालांकि, छापामारी के बावजूद इस क्षेत्र में अवैध धंधे जारी हैं। सिदगोड़ा और बारीडीह के बीच बाजार में नशा करने का सामान खुलेआम बिक रहा है। ब्राउन शुगर, हब्बा डब्बा और जुआ के अड्डे यहां आम हो चुके हैं। इन गतिविधियों की वजह से सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में छिनतई की घटनाएं भी बढ़ गई हैं।

एसडीओ द्वारा वीडियो बनाकर दिखाए गए प्रमाण यह बताते हैं कि दिन के समय भी अवैध धंधे आसानी से चल रहे हैं। हाईकोर्ट और राज्य सरकार पहले ही कह चुकी हैं कि यदि इस तरह के अवैध धंधे चलेंगे तो थानेदार जिम्मेदार होंगे। लेकिन सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस की मिलीभगत के आरोप हैं। इसके बावजूद, थानेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि थानेदार के ऊंचे रसूख के कारण यह सब हो रहा है और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।