जमशेदपुर, झारखंड: टाटा स्टील के एचएसएम गेट फ्लाइओवर के नीचे खड़े ट्रकों ने बर्मामाइंस ईस्टप्लांट बस्ती और आसपास के लोगों के लिए परेशानी का सबब बना दिया है। इस समस्या ने न केवल स्थानीय लोगों के दैनिक जीवन को बाधित किया है, बल्कि ट्रैफिक जाम और सड़क पर अव्यवस्था का भी कारण बन रही है।
भाजपा झारखंड प्रदेश के कार्यसमिति सदस्य कुलवंत सिंह बंटी ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और टाटा स्टील प्रबंधन से इसे तुरंत हल करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समस्या का समाधान एक सप्ताह के भीतर नहीं हुआ, तो स्थानीय लोग धरना-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
स्थानीय जनता की समस्याएं
फ्लाइओवर के नीचे खड़े ट्रकों की वजह से ईस्ट प्लांट बस्ती की मुख्य सड़क पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। यह सड़क बस्ती को मुख्य मार्ग से जोड़ती है, लेकिन अब यह ट्रकों की कतारों से अवरुद्ध हो चुकी है।
कुलवंत सिंह बंटी ने बताया कि इस स्थिति का सबसे ज्यादा प्रभाव सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों, स्टेशन जाने वाले यात्रियों, और दैनिक आवागमन करने वाले लोगों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा, "ट्रकों के कारण लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं। यह समस्या दिन-प्रतिदिन विकराल रूप लेती जा रही है।"
प्रबंधन से हुई बातचीत का निष्कर्ष शून्य
कुलवंत सिंह ने बताया कि उन्होंने टाटा स्टील प्रबंधन के चीफ कॉरपोरेट सर्विसेज परिणय सिन्हा और अन्य अधिकारियों से कई बार मुलाकात की और उन्हें इस समस्या की गंभीरता से अवगत कराया। हालांकि, अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि सोमवार को भी उन्होंने दूरभाष पर इस मुद्दे पर चर्चा की और समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया। लेकिन प्रबंधन की निष्क्रियता से जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
वैकल्पिक व्यवस्था की मांग
भाजपा नेता ने मांग की है कि फ्लाइओवर के नीचे ट्रकों को खड़ा करने के बजाय वैकल्पिक स्थान पर पार्किंग की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा, "टाटा स्टील जैसी प्रतिष्ठित कंपनी को जनता की समस्याओं को अनदेखा नहीं करना चाहिए।"
प्रदर्शन की चेतावनी
कुलवंत सिंह बंटी ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो स्थानीय निवासी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील प्रबंधन और प्रशासन को बस्ती के लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए और अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।
स्थानीय लोगों की अपील
ईस्टप्लांट बस्ती के निवासियों ने भी इस समस्या को जल्द हल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ट्रकों की कतारें उनके दैनिक जीवन को कठिन बना रही हैं। बच्चों को स्कूल जाने में देरी होती है, और स्थानीय व्यवसायों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
ट्रैफिक व्यवस्था के लिए सुझाव
- वैकल्पिक पार्किंग स्थल: फ्लाइओवर के नीचे ट्रकों की पार्किंग रोकने और उनके लिए एक अलग स्थान की व्यवस्था करना।
- सख्त ट्रैफिक नियम: ट्रकों के प्रवेश और पार्किंग के लिए समय और स्थान निर्धारित करना।
- स्थानीय प्रशासन की भूमिका: यातायात को सुचारु बनाने के लिए सक्रिय निगरानी और तत्काल कार्रवाई।
जमशेदपुर में एचएसएम गेट पर ट्रकों की समस्या न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए चुनौती बन गई है, बल्कि प्रशासन और प्रबंधन के लिए भी एक बड़ा सवाल है। यदि जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है।