Jamshedpur Elephant: गुड़ाबांदा के लड़काबासा में हाथियों का आतंक, बकरियां कुचली गईं
जमशेदपुर के गुड़ाबांदा के लड़काबासा गांव में हाथियों के झुंड ने मचाया आतंक। दीवार तोड़ धान खाया, बकरियों की मौत। वन विभाग ने शुरू किया मुआवजे का आकलन।
जमशेदपुर जिले के गुड़ाबांदा प्रखंड के लड़काबासा गांव में गुरुवार रात 8-10 हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने भोजन की तलाश में गांव के मंटू मुंडा के गोहाल घर को निशाना बनाया।
- तोड़फोड़: हाथियों ने दीवार को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे दो बकरियां मलवे में दबकर मर गईं।
- भय का माहौल: हाथियों के डर से मंटू मुंडा और उनका परिवार घर में दुबककर पूरी रात जान बचाने की कोशिश करता रहा।
गांव में हाथियों का आतंक और वन विभाग की कार्रवाई
- धान पर हमला: हाथियों ने गोहाल घर में रखे धान को खा लिया।
- मुआवजे का आकलन: घटना की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी अभिलाष महतो शुक्रवार सुबह गांव पहुंचे। उन्होंने नुकसान का आकलन किया और मुआवजा फॉर्म उपलब्ध कराया।
हाथियों का हमला: जंगल और गांव के संघर्ष की कहानी
भारत के कई हिस्सों, विशेषकर झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में, हाथियों और इंसानों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है।
- ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य: जंगलों की कटाई और तेजी से बढ़ते शहरीकरण के कारण हाथियों के प्राकृतिक आवास में कमी आई है।
- संघर्ष की जड़: भोजन और पानी की तलाश में हाथी गांवों का रुख करते हैं, जिससे इंसानों और हाथियों के बीच टकराव होता है।
ग्रामीणों का दर्द: जान-माल का नुकसान
गुड़ाबांदा के लड़काबासा गांव में हाथियों के हमले ने ग्रामीणों में डर पैदा कर दिया है।
- नुकसान:
- गोहाल घर की दीवार तोड़ दी गई।
- दो बकरियां मलवे में दबकर मर गईं।
- धान का भंडार हाथियों ने खा लिया।
- ग्रामीणों की चिंता: गांववाले इस तरह के हमलों से परेशान हैं और सुरक्षा के इंतजाम की मांग कर रहे हैं।
वन विभाग की पहल और मुआवजे की प्रक्रिया
वन विभाग ने इस घटना पर त्वरित कार्रवाई की है।
- क्षति का आकलन: वन अधिकारी अभिलाष महतो ने नुकसान का निरीक्षण किया।
- मुआवजा फॉर्म: पीड़ित परिवार को मुआवजे के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया है।
झारखंड: हाथियों के बढ़ते हमलों पर नियंत्रण की जरूरत
झारखंड में पिछले कुछ वर्षों में हाथियों के हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं।
- आंकड़े बताते हैं:
- हर साल दर्जनों लोग हाथियों के हमले में जान गंवाते हैं।
- सैकड़ों घर और फसलें बर्बाद होती हैं।
- जरूरत:
- हाथियों के लिए सुरक्षित कॉरिडोर।
- जंगलों के पास बसे गांवों में सतर्कता और सुरक्षा के उपाय।
ग्रामीणों की अपील: सुरक्षा और मदद की मांग
लड़काबासा गांव के लोग प्रशासन और वन विभाग से हाथियों के हमले रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
- सुरक्षा के इंतजाम: गांव में लाइट और सुरक्षा बैरियर लगाने की जरूरत है।
- मुआवजे की प्रक्रिया तेज करने की अपील।
What's Your Reaction?