Jamshedpur Education: 800 बच्चों को टाटा-पुरी ट्रेन से भेजा गया शैक्षणिक भ्रमण पर
झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने 800 बच्चों को टाटा-पुरी स्पेशल ट्रेन से शैक्षणिक भ्रमण के लिए रवाना किया। जानिए, बच्चों की इस खास यात्रा का उद्देश्य और सरकार का प्रयास।
Jamshedpur Education: झारखंड के स्कूली शिक्षा और साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन ने 800 स्कूली बच्चों को एक खास शैक्षणिक यात्रा के लिए टाटानगर रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस विशेष ट्रेन यात्रा का उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ वास्तविक अनुभव प्रदान करना है। यह यात्रा न केवल उनके ज्ञान का विस्तार करेगी, बल्कि उन्हें एक नए दृष्टिकोण से चीजों को समझने का अवसर भी देगी।
क्या है टाटा-पुरी स्पेशल ट्रेन यात्रा?
टाटा-पुरी स्पेशल ट्रेन में झारखंड के विभिन्न जिलों से आए 800 स्कूली बच्चे शामिल हुए। इनमें 100 बच्चे पूर्वी सिंहभूम जिले से थे। प्रत्येक जिले से तीन शिक्षक भी बच्चों के साथ इस यात्रा में शामिल हैं। इस यात्रा का आयोजन झारखंड सरकार द्वारा किया गया है ताकि ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों में पढ़ाई कर रहे बच्चों को शैक्षणिक और सांस्कृतिक अनुभव का लाभ मिल सके।
मंत्री ने की खास पहल
इस मौके पर मंत्री रामदास सोरेन ने ट्रेन के पैंट्री कार का निरीक्षण किया और बच्चों को परोसे जाने वाले खाने के मेन्यू की जांच की। उन्होंने ट्रेन के डिब्बों में जाकर बच्चों से मुलाकात की और उन्हें इस यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नए अनुभव मिलें।
इतिहास और महत्व
पुरी, जो भगवान जगन्नाथ की नगरी के नाम से मशहूर है, भारतीय संस्कृति और वास्तुकला का अद्भुत केंद्र है। यह यात्रा बच्चों को भारतीय इतिहास, धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों को समझने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगी। इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण पहले भी किए गए हैं, लेकिन इस बार इसमें ग्रामीण और दूर-दराज के बच्चों को शामिल करना सरकार की विशेष पहल को दर्शाता है।
बच्चों में उत्साह
इस यात्रा को लेकर बच्चों में खासा उत्साह देखा गया। पहली बार ट्रेन यात्रा और पुरी जैसे दर्शनीय स्थल पर जाने का मौका पाकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। बच्चों ने बताया कि वे इस यात्रा के माध्यम से नई चीजें सीखने और अपने दोस्तों के साथ मजेदार समय बिताने के लिए बेहद उत्साहित हैं।
सरकार की प्रतिबद्धता
मंत्री ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि झारखंड सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा बच्चों को न केवल नई चीजें सिखाएगी, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी सहायक होगी। पूर्वी सिंहभूम जिले में भी बच्चों को विभिन्न निजी कंपनियों और पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जा रहा है, जो उनके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है।
सार्थक प्रयास
यह शैक्षणिक यात्रा न केवल बच्चों के लिए यादगार होगी, बल्कि झारखंड सरकार की शिक्षा को लेकर किए गए प्रयासों की एक झलक भी पेश करती है। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों को इस तरह की सुविधाएं मिलना यह साबित करता है कि राज्य सरकार शिक्षा के प्रति कितनी गंभीर है।
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