Jamshedpur Cleanup Mission: घर-घर बंट रहे हरे और नीले डस्टबिन, अब कचरा फेंकने पर लगेगा जुर्माना!
जमशेदपुर के जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में घर-घर हरे और नीले डस्टबिन बांटे जा रहे हैं। जानें कैसे यह पहल शहर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाएगी, और क्यों कचरा फेंकना अब आपको भारी पड़ सकता है!

स्वच्छता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए जुगसलाई नगर परिषद ने अपने क्षेत्र में ठोस अवशिष्ट (Solid Waste) के वैज्ञानिक प्रबंधन के लिए हर घर में हरे और नीले डस्टबिन बांटने की योजना शुरू कर दी है। यह पहल न केवल कचरा प्रबंधन को बेहतर बनाएगी, बल्कि शहर को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
क्यों हो रहा है डस्टबिन वितरण?
शहर में बढ़ते कचरे और प्रदूषण को देखते हुए, जुगसलाई नगर परिषद ने स्रोत पृथक्करण (Source Segregation) को अनिवार्य कर दिया है। इसके तहत, हर घर से निकलने वाले गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग इकट्ठा करने के लिए दो रंगों के डस्टबिन दिए जा रहे हैं:
- हरा डस्टबिन – गीले कचरे के लिए (खाद्य अपशिष्ट, फल-सब्जियों के छिलके, जैविक कचरा)
- नीला डस्टबिन – सूखे कचरे के लिए (प्लास्टिक, कागज, धातु, कांच)
अब हर नागरिक को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने घर का कचरा इन डस्टबिन में ही डालें और नगर परिषद के अधिकृत कचरा संग्रहण वाहन को दें।
कचरा फेंकने पर जुर्माना, अब गलती भारी पड़ेगी!
नगर परिषद ने साफ कर दिया है कि यदि किसी ने खुले में कचरा फेंका, नालियों में डाला या जलाया, तो यह दंडनीय अपराध माना जाएगा। जुर्माने की राशि को लेकर जल्द ही नए नियम लागू किए जाएंगे।
इतना ही नहीं, ई-वेस्ट, घरेलू खतरनाक कचरा, सैनिटरी वेस्ट और निर्माण संबंधी मलबे (C&D Waste) को भी अलग रखना अनिवार्य कर दिया गया है। किसी भी प्रकार का कचरा नदी, नाले या खुले स्थानों में डालने पर नगर परिषद सख्त कार्रवाई कर सकती है।
जागरूकता अभियान भी जारी
इस योजना के तहत, नगर परिषद की टीमें घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं और उन्हें कचरा पृथक्करण (Waste Segregation) का महत्व समझा रही हैं। नगर परिषद की गाइडलाइंस के मुताबिक –
गीला और सूखा कचरा कभी भी एक साथ न मिलाएं।
कूड़ा जलाने से प्रदूषण फैलता है, ऐसा करना पूरी तरह प्रतिबंधित है।
घरेलू खतरनाक कचरे को सामान्य कचरे के साथ न डालें।
किसी भी समस्या के लिए संपर्क करें
यदि किसी नागरिक को घर-घर कचरा संग्रहण से संबंधित कोई शिकायत या सुझाव देना हो, तो वे टोल-फ्री नंबर 18008899518 पर संपर्क कर सकते हैं।
इतिहास में पहली बार – स्वच्छता में क्रांति!
स्वच्छता को लेकर यह पहल स्वच्छ भारत मिशन (2014) से प्रेरित है, जिसके तहत पूरे देश में कचरा प्रबंधन और सफाई पर जोर दिया गया था। हाल के वर्षों में, कई भारतीय शहरों ने कचरा पृथक्करण की दिशा में कदम उठाए हैं, लेकिन जुगसलाई नगर परिषद का यह प्रयास सफलता की नई मिसाल बनने जा रहा है।
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