Jamshedpur Hospital Shift: स्वास्थ्य सचिव ने 750 बेड अस्पताल का लिया जायजा, क्या होगा बदलाव?
झारखंड स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के नवनिर्मित 750 बेड अस्पताल का निरीक्षण किया। जानिए नए अस्पताल के शिफ्टिंग प्लान और आगामी बदलावों के बारे में।
झारखंड के स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेषज्ञ टीम ने गुरुवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज के नवनिर्मित 750 बेड के अस्पताल का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण एमजीएम अस्पताल के मौजूदा भवन को तोड़कर नए भवन में शिफ्ट होने की योजना के तहत किया गया। इस दौरान टीम ने अस्पताल के नए भवन में शिफ्टिंग की तैयारी और आवश्यक व्यवस्थाओं का गहन मूल्यांकन किया।
नए अस्पताल भवन में शिफ्टिंग की योजना
स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान एमजीएम अस्पताल के पुराने भवनों को तोड़कर वहां नए भवन का निर्माण कराया जाना है। साकची स्थित पुराने अस्पताल भवन को छोड़कर अब पूरी व्यवस्था को नए 750 बेड के अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। यह प्रक्रिया जनवरी 2024 के मध्य तक पूरी होनी की संभावना है। टीम ने वर्तमान अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी और सभी वार्डों को नए अस्पताल में शिफ्ट करने की योजना पर विस्तार से विचार किया।
नए विभागों का आगमन
अजय कुमार सिंह ने यह भी जानकारी दी कि नए भवन में कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, और न्यूरोलॉजी जैसे तीन नए विभाग शुरू किए जाएंगे। इन विभागों के लिए स्वीकृत पद भी सृजित किए जाएंगे। हर विभाग में कम से कम एक प्रोफेसर, दो एसोसिएट प्रोफेसर, और तीन असिस्टेंट प्रोफेसर के पद होंगे। इसके अलावा, अन्य स्टाफ के लिए भी पद स्वीकृत किए जाएंगे, ताकि इन विभागों का सुचारु संचालन हो सके।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, "इन विभागों के लिए सभी आवश्यक पदों का निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा और इसके लिए समयबद्ध प्रक्रिया शुरू की जाएगी।" इसके अतिरिक्त, अस्पताल में 75 बेड का कैथ लैब भी अलग से तैयार किया जा रहा है, जो सुपर स्पेशलिटी ओपीडी के संचालन के लिए महत्वपूर्ण होगा।
आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था
एमजीएम अस्पताल की शिफ्टिंग से पहले नए भवन में बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता पर भी ध्यान दिया गया है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि नए अस्पताल भवन में पानी, बिजली और अन्य आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उनकी टीम ने इस संबंध में अस्पताल प्रशासन के साथ बैठक भी की और काम को समय पर पूरा करने का आश्वासन दिया।
समयसीमा में शिफ्टिंग का कार्य
अजय कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी और वार्डों को आगामी 15 से 31 जनवरी 2024 के बीच नए अस्पताल में शिफ्ट कर लिया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि नए भवन में जो विभाग स्थापित किए जाएंगे, उनका प्रभाव भी जल्द देखा जाएगा।
स्वास्थ्य सेवा में सुधार की दिशा
स्वास्थ्य सचिव ने इस योजना को झारखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी छलांग के रूप में देखा। एमजीएम अस्पताल का नया भवन और उसमें शुरू किए जाने वाले नए विभाग प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देंगे। इसके अलावा, नए कैथ लैब और सुपर स्पेशलिटी ओपीडी से मरीजों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा मिलेगी।
स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा, "यह बदलाव झारखंड के स्वास्थ्य सेवा को एक नई दिशा देगा। हम सुनिश्चित करेंगे कि अस्पताल का शिफ्टिंग काम समय से पूरा हो और मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलें।"
आने वाले दिनों में और क्या बदलाव होंगे?
अब इस नए अस्पताल के शिफ्ट होने से जमशेदपुर और उसके आस-पास के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस बदलाव के बाद, स्थानीय निवासियों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी, और शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों के मरीजों को भी उच्च स्तरीय उपचार मिल सकेगा।
अंततः, एमजीएम मेडिकल कॉलेज का नया अस्पताल न केवल झारखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि यह मरीजों के लिए भी एक बड़ी राहत का कारण बनेगा। स्वास्थ्य विभाग की इस पहल से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीदें और अधिक बढ़ गई हैं।
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