पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 108वीं जयंती: राजनीति को व्यवसाय का माध्यम न बनाएं- सरयू राय
जमशेदपुर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 108वीं जयंती पर विधायक सरयू राय ने राजनीति में सेवा की भावना को प्राथमिकता देने की बात कही। जानें उनके विचार।
जमशेदपुर, 25 सितंबर 2024: जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 108वीं जयंती पर भाजमो के बारीडीह कार्यालय में विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राजनीति में सक्रिय लोगों को अपना निजी स्वार्थ त्यागकर सेवा की भावना रखनी चाहिए।
राय ने कहा कि राजनीति को व्यवसाय का माध्यम नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सिद्धांत की चर्चा की। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में कार्य करने वाले व्यक्तियों का उद्देश्य कमजोर लोगों की सहायता करना होना चाहिए। पंडित जी का एकात्मक मानववाद का सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है।
उन्होंने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। वह मेधावी थे और उन्होंने अपने जीवन को देश की सेवा में समर्पित किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) में प्रचारक के रूप में काम किया और भारतीय जनसंघ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सरयू राय ने कहा कि दीनदयाल जी का सिद्धांत सभी धर्मों के अच्छे लोगों को आगे लाने का था। उनका मकसद केवल व्यक्ति निर्माण करना था। उन्होंने यह भी कहा कि आज राजनीति में लोग अपने सिद्धांतों से पलट जाते हैं। कई दल राष्ट्र विरोधी दलों से भी समझौता करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
समारोह का शुभारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प अर्पित करके किया गया। इस अवसर पर भाजमो के जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, अशोक गोयल, अजय सिन्हा, कुलविंदर सिंह पन्नू, और कई अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजमो के जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने की। इस मौके पर राय ने सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया कि वे राजनीति में अपने सिद्धांतों के प्रति अडिग रहें। उन्होंने यह भी कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का दृष्टिकोण हमेशा हम सभी के लिए मार्गदर्शक रहेगा।
इस कार्यक्रम ने सभी उपस्थित लोगों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति श्रद्धा और सम्मान की भावना को और बढ़ाया।
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