Mango Anti-Drug Campaign: मानगो में नशे के खिलाफ बगावत, स्थानीय लोगों ने जलाया नशा सामग्री!

मानगो में नशे के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ स्थानीय लोगों ने विरोध जताया। डिमना चौक पर विकास सिंह के नेतृत्व में नशे की सामग्री जलाकर एक बड़ा संदेश दिया। जानिए इस आंदोलन के बारे में और कैसे यह नशा मुक्त जमशेदपुर की ओर एक कदम है।

Dec 15, 2024 - 20:17
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Mango Anti-Drug Campaign: मानगो में नशे के खिलाफ बगावत, स्थानीय लोगों ने जलाया नशा सामग्री!
Mango Anti-Drug Campaign: मानगो में नशे के खिलाफ बगावत, स्थानीय लोगों ने जलाया नशा सामग्री!

15 दिसंबर 2024, मानगो। शहर में नशे की बढ़ती समस्या ने अब गंभीर रूप ले लिया है। स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एक बड़ी मुहिम शुरू की। मानगो के डिमना चौक में विकास सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने नशे की सामग्री जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन ने पूरे शहर में हलचल मचा दी है और यह सवाल उठाया है कि क्या जिला प्रशासन इस बढ़ते नशे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार है?

"नशा खुरानी गिरोह के शिकंजे में शहर"

इस विरोध प्रदर्शन में शहर के नागरिकों ने खुलेआम नशे की सामग्री जैसे सिगरेट, बीड़ी, गुटका, खैनी और तंबाकू के पैकेट को जलाकर नशे के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया। विकास सिंह ने कहा, "यह सच है कि हमारा शहर नशे की चपेट में आ चुका है। नशा खुरानी गिरोह के चलते शाम होते ही सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। नशा करने वाले लोग अपराधों को बढ़ावा दे रहे हैं और लोग डर के साये में जी रहे हैं।"

लोगों का कहना है कि नशे की सामग्री बेचने वाले खुलेआम सड़क किनारे काउंटर लगाते हैं, जिससे इलाके में अपराधिक घटनाओं में इजाफा हो रहा है। यह दृश्य न केवल अस्वस्थ है, बल्कि यह समाज के लिए भी खतरनाक बन चुका है।

"नशा मुक्ति अभियान: प्रशासन पर दबाव"

प्रदर्शन के दौरान स्थानीय निवासियों ने यह भी कहा कि अगर जिला प्रशासन अपने कार्यक्षेत्र की एक प्रतिशत भी ताकत नशा मुक्ति अभियान में लगाता है, तो शहर को नशा मुक्त बनाने में कोई मुश्किल नहीं होगी। विकास सिंह ने बताया, "हमने देखा है कि कैसे डेली लॉटरी और ब्राउन शुगर ने कई मोहल्लों को बर्बाद कर दिया है। खुलेआम इन मादक पदार्थों का कारोबार किया जा रहा है और पुलिस इसकी तरफ मूकदर्शक बनी हुई है।"

उनका कहना था कि अगर प्रशासन ने इन काउंटरों को बंद करने की कार्रवाई नहीं की, तो स्थानीय महिलाएं स्वयं लाठी-डंडा लेकर नशे की सामग्री बेचने वाले काउंटरों को बंद करने के लिए आगे आएंगी। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि इस समस्या से निजात मिल सके।

"सामाजिक जागरूकता की ओर एक कदम"

नशे के खिलाफ इस तरह का विरोध समाज में एक जागरूकता लाने का कार्य कर रहा है। यह सिर्फ एक विरोध नहीं, बल्कि एक आंदोलन बन चुका है जो पूरे शहर को नशे की चपेट से मुक्त करने का लक्ष्य रखता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस अभियान को प्रशासन का भी समर्थन मिलना चाहिए ताकि नशे की बिक्री पर प्रभावी नियंत्रण हो सके।

स्थानीय निवासियों ने अपने गुस्से और frustration को शांतिपूर्ण तरीके से व्यक्त किया है, जिससे यह संदेश स्पष्ट हो गया है कि अगर प्रशासन सही दिशा में कदम नहीं बढ़ाएगा तो लोग और भी ज्यादा मुखर होकर विरोध करेंगे। उनका यह कदम शहर में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।