Jamshedpur Accident: फल विक्रेता जमाल की जिंदगी मौत से जूझती रही सड़क पर
जमशेदपुर के सुंदरनगर में दर्दनाक सड़क हादसा, फल विक्रेता जमाल अंसारी की हालत नाजुक। जानिए कैसे हुआ हादसा और अब कैसी है उनकी स्थिति।
जमशेदपुर के सुंदरनगर थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह का सन्नाटा अचानक चीख-पुकार में बदल गया, जब सुंदरनगर बाजार के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे में फल बेचने वाले जमाल अंसारी गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एक अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया।
तेज़ रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग का एक और शिकार बना एक आम मेहनतकश इंसान। सिर और सीने पर गहरी चोटें आने के बाद जमाल वहीं सड़क पर तड़पते रहे। वहां मौजूद लोगों ने तुरंत उनके परिजनों को सूचना दी। परिजन बिना समय गंवाए जमाल को पहले सदर अस्पताल ले गए, जहां से हालत गंभीर देख उन्हें एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया।
इतिहास का दर्दभरा सबक
जमशेदपुर, जो कभी देश के पहले सुनियोजित औद्योगिक शहर के रूप में जाना गया था, आज सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में तेजी से बढ़ता एक दर्दनाक आंकड़ा भी बन चुका है। बीते एक दशक में सुंदरनगर जैसे इलाकों में सड़क हादसों की संख्या कई गुना बढ़ी है, जहां बेतरतीब यातायात और तेज रफ्तार से गाड़ियां हादसों को दावत देती हैं।
एमजीएम से रिम्स तक, एक संघर्ष की कहानी
एमजीएम अस्पताल में जब डॉक्टरों ने जमाल की गंभीर स्थिति देखी, तो बिना देरी किए उन्हें रांची के रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस समय जमाल जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। परिवार वाले बेहद परेशान हैं और हर पल एक चमत्कार की दुआ कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि जमाल अंसारी सुंदरनगर से सटे कीताड़िया इलाके के निवासी हैं और वर्षों से सुंदरनगर बाजार में फल बेचकर अपने परिवार का पेट पालते रहे हैं।
पुलिस की जांच और सवाल
पुलिस ने अज्ञात वाहन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गई है। पर सवाल यह भी उठता है — क्या इन हादसों को रोकने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम उठाएगा, या हर हादसे के बाद महज खानापूर्ति होती रहेगी?
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया?
मौके पर मौजूद कुछ लोगों का कहना था कि वाहन की रफ्तार इतनी तेज थी कि टक्कर के बाद वाहन चालक ने बिना रुके वहां से भागने में ही भलाई समझी। लोग जब तक मदद के लिए दौड़े, तब तक जमाल खून से लथपथ सड़क पर पड़े दर्द से कराह रहे थे।
स्थानीय लोगों की नाराजगी
सुंदरनगर बाजार के आसपास के लोगों ने प्रशासन से बार-बार सड़क सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। लेकिन, अब तक न तो स्पीड ब्रेकर बनाए गए और न ही कोई पुलिस चौकी स्थापित की गई है। नतीजा सामने है — एक और हादसा, एक और परिवार उजड़ने की कगार पर।
परिजनों की उम्मीदें
जमाल के परिजनों की उम्मीदें अब रिम्स के डॉक्टरों पर टिकी हैं। हर गुजरता पल उनके लिए किसी इम्तिहान से कम नहीं है। वहीं दूसरी ओर, स्थानीय लोग भी जमाल के लिए दुआ कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द आरोपी वाहन चालक को गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए।
Jamshedpur Accident एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि सड़कों पर आम लोगों की जान कितनी असुरक्षित है। प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर जागरूकता और कड़े नियमों के जरिए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आगे आना होगा। जमाल अंसारी के लिए पूरा शहर दुआ कर रहा है — अब देखना है कि वह जिंदगी की इस जंग में जीतते हैं या सिस्टम की लापरवाही फिर एक और कहानी अधूरी छोड़ जाती है।
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