Jabalpur Scandal: छात्रा ने सीनियर का बाथरूम वीडियो बना भेजा बॉयफ्रेंड को, क्लाउड से भी किया डिलीट
जबलपुर IITDM की एक छात्रा ने अपनी सीनियर रूममेट का बाथरूम वीडियो बनाकर दिल्ली में रहने वाले बॉयफ्रेंड को भेजा। क्लाउड से भी डिलीट किया गया डाटा, पुलिस जांच में बड़ा खुलासा।

जबलपुर के IITDM से आई एक सनसनीखेज खबर ने पूरे शैक्षणिक जगत को झकझोर दिया है। गर्ल्स हॉस्टल की दीवारों के पीछे घट रही घटनाओं ने न सिर्फ निजता और नैतिकता पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि तकनीक के इस युग में विश्वास कितनी जल्दी टूट सकता है।
घटना मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित IITDM (Indian Institute of Information Technology Design and Manufacturing) की है, जहां B.Tech सेकंड ईयर में पढ़ने वाली एक छात्रा ने अपनी सीनियर रूममेट का अश्लील वीडियो चोरी-छिपे बाथरूम में बनाकर उसे दिल्ली में रहने वाले अपने बॉयफ्रेंड को भेज दिया। यह वही संस्थान है जो भारत में तकनीकी शिक्षा के लिए अपनी साख रखता है, और जहां देशभर के छात्र भविष्य संवारने आते हैं।
इतिहास पर नज़र डालें तो यह पहला मौका नहीं है जब छात्रावासों में इस प्रकार की निजता का उल्लंघन हुआ हो। इससे पहले भी देश के कई हिस्सों में हॉस्टल्स और यूनिवर्सिटी कैमपस में छात्राओं के निजी पलों की रिकॉर्डिंग कर उन्हें वायरल करने की घटनाएं सामने आती रही हैं। मगर इस मामले में चौंकाने वाली बात ये है कि यह सब एक छात्रा ने ही अपनी सहपाठी के साथ किया।
घटना रविवार सुबह की है, जब आरोपी छात्रा को बाथरूम में अपनी सीनियर को नहाते हुए रिकॉर्ड करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। पीड़िता ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और मामला खमरिया थाना में दर्ज किया गया।
थाना प्रभारी सरोजिनी टोप्पो के अनुसार, आरोपी छात्रा महाराष्ट्र के गोंदिया की रहने वाली है और उसने ये वीडियो न सिर्फ बनाया, बल्कि अपने बॉयफ्रेंड को भी भेजा। पूछताछ में खुलासा हुआ कि बॉयफ्रेंड दिल्ली में रहता है और वीडियो भेजे जाने के बाद उसे डिलीट भी कर दिया गया। इतना ही नहीं, छात्रा ने वीडियो को क्लाउड स्टोरेज से भी पूरी तरह हटा दिया, ताकि वह किसी भी तरह से रिकवर न हो सके।
पुलिस ने छात्रा का मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिया है, और उसके दिल्ली में रहने वाले बॉयफ्रेंड को पकड़ने के लिए एक टीम रवाना कर दी गई है। आरोपी को फिलहाल हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में पुलिस ने IPC की धारा 354C, 294, 500, 509 और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। खासकर 354C — जो महिलाओं की गोपनीयता के उल्लंघन से जुड़ी है — इस तरह के मामलों में कठोर सज़ा का प्रावधान करती है।
इस घटना ने गर्ल्स हॉस्टल्स में सुरक्षा और गोपनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर कैसे एक छात्रा इतनी आसानी से तकनीक का इस्तेमाल कर अपनी ही रूममेट की गोपनीयता भंग कर देती है? कॉलेज प्रशासन की क्या भूमिका रही? क्या हॉस्टल्स में पर्याप्त निगरानी और काउंसलिंग की व्यवस्था है?
इस केस ने पूरे देश के शैक्षणिक संस्थानों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या केवल मेरिट ही पर्याप्त है, या छात्रों को मानसिक और नैतिक शिक्षा देना भी जरूरी हो गया है?
सवाल बहुत हैं, और जवाबों की तलाश भी। मगर एक बात तय है — तकनीक जहां जिंदगी आसान बनाती है, वहीं इसका गलत इस्तेमाल किसी की इज्जत और भविष्य दोनों को बर्बाद कर सकता है।
क्या आपको लगता है हॉस्टल्स में निगरानी और नियमों को और सख्त किया जाना चाहिए? आपकी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
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