Heavy Rain Alert Jharkhand : तीन दिन तक झमाझम, इन जिलों में बिजली-तूफ़ान का खतरा, जानें पूरी डिटेल

झारखंड में मौसम ने ली करवट, रांची समेत 6 जिलों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट। IMD ने येलो अलर्ट जारी किया, जानें किन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा।

Sep 23, 2025 - 14:20
 0
Heavy Rain Alert Jharkhand : तीन दिन तक झमाझम, इन जिलों में बिजली-तूफ़ान का खतरा, जानें पूरी डिटेल
Heavy Rain Alert Jharkhand : तीन दिन तक झमाझम, इन जिलों में बिजली-तूफ़ान का खतरा, जानें पूरी डिटेल

झारखंड की तपती गर्मी और तेज धूप से बेहाल लोगों के लिए आखिरकार राहत की खबर आई है। मौसम ने करवट बदल ली है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। रांची समेत छह जिलों में गरज-चमक, तेज हवाएं और वज्रपात की आशंका जताई गई है।

बंगाल की खाड़ी से उठे सिस्टम बने वजह

रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी कि बंगाल की खाड़ी में दो शक्तिशाली सिस्टम सक्रिय हो रहे हैं। इन सिस्टम की वजह से 23 से 28 सितंबर तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। खासकर 23, 24 और 25 सितंबर को रांची, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा और गुमला में कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं।

इन जिलों में ज्यादा खतरा

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि ऊपर बताए गए छह जिलों में अगले तीन दिनों तक बादल गरजने, बिजली गिरने और तूफानी हवाओं की संभावना है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक बाहर न निकलें, विशेषकर बारिश और आकाशीय बिजली के दौरान। खेतों में काम करने वाले किसानों और खुले स्थानों पर रहने वालों को खास सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।

हल्की से मध्यम बारिश पूरे राज्य में

अगर आप रांची और आसपास के जिलों में नहीं रहते तो भी राहत की खबर है। मौसम विभाग ने बताया है कि झारखंड के शेष जिलों में 23 से 28 सितंबर तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में हवाएं इतनी तेज़ हो सकती हैं कि पेड़ गिरने और बिजली सप्लाई बाधित होने जैसी घटनाएं घट सकती हैं।

तापमान में गिरावट, उमस से राहत

अब तक झारखंडवासी गर्मी और उमस से बेहाल थे। दिन का पारा लगातार 34 से 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा था। लेकिन बारिश के बाद तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जाएगी। इसका मतलब है कि मौसम में हल्की ठंडक लौटेगी और उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी।

मानसून और झारखंड का रिश्ता – एक ऐतिहासिक नज़र

झारखंड हमेशा से मानसून पर निर्भर राज्य रहा है। यहां की लगभग 70% आबादी खेती-किसानी पर आधारित है और धान की फसल सीधे बारिश पर निर्भर करती है। ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो झारखंड में मानसून जून के अंत से सक्रिय होता है और सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहता है।

लेकिन पिछले कुछ सालों में मानसून का पैटर्न बदल गया है। कभी बारिश ज्यादा होती है तो कभी सूखा। 2019 और 2022 में झारखंड में सूखे जैसी स्थिति बनी थी, जबकि 2021 और 2023 में लगातार बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। इस बार सितंबर के आखिरी सप्ताह में भारी बारिश का अलर्ट किसानों और आम जनता दोनों के लिए खास मायने रखता है।

आकाशीय बिजली का खतरा

झारखंड उन राज्यों में शामिल है जहां लाइटनिंग (वज्रपात) से सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। NCRB के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में हर साल सैकड़ों लोग बिजली गिरने से अपनी जान गंवा देते हैं। इसलिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि लोग पेड़ों के नीचे शरण लेने या खुले मैदान में खड़े होने से बचें।

प्रशासन की तैयारी

राज्य प्रशासन ने जिलों को सतर्क किया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और बिजली गिरने या पेड़ गिरने जैसी घटनाओं में तुरंत मदद पहुंचाने का दावा किया है। रांची और जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों में निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी गंभीर हो सकती है, इसलिए नगर निगम को अलर्ट किया गया है।

झारखंड में मौसम ने आखिरकार करवट ली है। आने वाले तीन दिनों तक तेज बारिश, गरज-चमक और तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। यह राहत भी है और खतरा भी। एक तरफ लोग गर्मी से निजात पाएंगे, तो दूसरी तरफ बिजली गिरने और जलभराव जैसी समस्याओं से सतर्क रहना होगा।

 सवाल यह है कि क्या हम इस बदले मौसम का स्वागत सिर्फ राहत के तौर पर करेंगे या सावधानी बरतकर इसे सुरक्षित बनाएंगे?

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।