Gorakhpur Action: धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर चलाया गया लाउडस्पीकर जांच अभियान

गोरखपुर में धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के जांच अभियान में 128 लाउडस्पीकर पाए गए। 16 लाउडस्पीकर उतारे गए, 29 की आवाज कम की गई।

Dec 6, 2024 - 11:33
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Gorakhpur Action: धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर चलाया गया लाउडस्पीकर जांच अभियान
Gorakhpur Action: धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर चलाया गया लाउडस्पीकर जांच अभियान

गोरखपुर। जिले में ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने और सार्वजनिक शांति बनाए रखने के लिए गुरुवार को एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में एडीजी जोन डॉक्टर के एस प्रताप कुमार, मंडलायुक्त अनिल ढींगरा, डीआईजी गोरखपुर परिक्षेत्र आनंदकुलकर्णी, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने गोरखपुर जिले के विभिन्न धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर लाउडस्पीकर और ध्वनि विस्तारक यंत्रों की जांच की।

क्यों हुआ यह अभियान?

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करना और धार्मिक स्थलों पर कानून के मुताबिक ध्वनि मानकों का पालन सुनिश्चित करना था। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि कोई धार्मिक स्थल शासन द्वारा निर्धारित ध्वनि सीमा से अधिक आवाज का प्रयोग करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

लाउडस्पीकर की स्थिति

अधिकारियों के अनुसार, गोरखपुर जिले में कुल 128 लाउडस्पीकर लगे हुए थे, जिनमें से 16 को नियमों के उल्लंघन के कारण उतार दिया गया और 29 लाउडस्पीकरों की आवाज को मानक के अनुसार कम कर दिया गया। इस कार्रवाई से धार्मिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा।

अधिकारियों की भूमिका

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि इस अभियान का संचालन जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थलों के जिम्मेदार व्यक्तियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे ध्वनि मानकों का पालन करें। साथ ही, अभियान के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज को मापने के लिए विशेष उपकरणों का भी इस्तेमाल किया गया।

ध्वनि प्रदूषण का असर

ध्वनि प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जो न केवल नागरिकों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि समाज में तनाव और अशांति को भी जन्म देता है। गोरखपुर जैसे शहरों में जहां धार्मिक अनुष्ठानों और समारोहों के दौरान बड़ी संख्या में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता है, वहां यह समस्या और भी बढ़ जाती है। प्रशासन की यह पहल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सामाजिक सामंजस्य और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में सहायक होगी।

कानूनी कदम और भविष्य की योजनाएं

वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस अभियान को लगातार जारी रखा जाएगा और किसी भी धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल शासन की गाइडलाइनों के तहत ही किया जाएगा। पुलिस विभाग ने चेतावनी दी है कि नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन का संदेश

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने कहा, "यह अभियान जिले में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए है। धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर के मानक के उल्लंघन से जहां एक ओर नागरिकों की असुविधा बढ़ती है, वहीं दूसरी ओर यह कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौती बन सकता है।"

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।