Sanatan Sanskriti: जमशेदपुर में 'अखंड ज्योति रथ यात्रा' का भव्य स्वागत, जानिए कैसे सनातन संस्कृति को फैलाने का अभियान तेज हुआ
गायत्री शक्ति पीठ की अखंड ज्योति रथ यात्रा ने जमशेदपुर में अपना आगमन किया। जानें इस ऐतिहासिक यात्रा के बारे में और कैसे यह पूरे झारखंड में सनातन संस्कृति का प्रचार करेगी।
गायत्री शक्ति पीठ द्वारा निकाली जा रही अखंड ज्योति रथ यात्रा ने रविवार को जमशेदपुर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जहां रथ का भव्य स्वागत किया गया। यह यात्रा गायत्री शक्ति पीठ, हरिद्वार द्वारा प्रज्वलित अखंड ज्योति के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में निकाली जा रही है। रथ यात्रा का उद्देश्य सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार को लेकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा करना है।
गायत्री शक्ति पीठ की अखंड ज्योति रथ यात्रा - ऐतिहासिक अवसर
गायत्री शक्ति पीठ हरिद्वार की अखंड ज्योति 1926 में प्रज्वलित की गई थी, और तब से यह ज्योति निरंतर जल रही है। इसके 100 वर्ष पूरे होने के इस ऐतिहासिक मौके पर गायत्री परिवार ने अखंड ज्योति रथ यात्रा का आयोजन किया है, जिसे पूरे भारत के विभिन्न राज्यों में भेजा गया है। झारखंड में दो रथ भेजे गए हैं, जिनमें से एक रथ 14 जिलों का भ्रमण करेगा, जबकि दूसरा रथ 9 जिलों में सनातन संस्कृति का प्रचार करेगा।
गायत्री शक्ति पीठ ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी प्रभाकर राव ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सनातन संस्कृति का प्रचार करना और लोगों को अखंड ज्योति का दर्शन कराना है। साथ ही, इस यात्रा के माध्यम से समाज में एकता और सद्भावना का संदेश भी दिया जा रहा है।
जमशेदपुर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत
रविवार को जब अखंड ज्योति रथ गोलपहाड़ी स्थित गायत्री शक्ति पीठ में पहुंचा, तो यहां एक भव्य स्वागत हुआ। गायत्री परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने रथ को श्रद्धा और सम्मान के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर रथ के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए, और रथ की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
प्रभाकर राव ने आगे बताया कि यह रथ यात्रा सनातन संस्कृति का प्रचार करने के अलावा समाज में अच्छे कार्यों के प्रति जागरूकता फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि रथ यात्रा को लेकर लोगों में गहरी श्रद्धा और उत्साह देखने को मिल रहा है। अगले दो दिनों में यह रथ यात्रा सरायकेला रवाना हो जाएगी, जहां भी इसे भव्य स्वागत मिलेगा।
रथ यात्रा का उद्देश्य और प्रभाव
अखंड ज्योति रथ यात्रा का आयोजन केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक आंदोलन के रूप में भी कार्य कर रहा है। इस यात्रा के माध्यम से लोगों को भारतीय संस्कृति, योग, वेद, उपनिषद, और अन्य सनातन परंपराओं के महत्व के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
रथ यात्रा का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि यह पूरे झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंचे, जहां लोग इस यात्रा के माध्यम से भारतीय संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। इससे न केवल धार्मिक सद्भावना को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि एकता और भाईचारे का भी संदेश मिलेगा।
सनातन संस्कृति का प्रचार और भविष्य में यात्रा का विस्तार
गायत्री शक्ति पीठ की यह यात्रा पूरे भारत में अपने कदम बढ़ाएगी, और आने वाले समय में इसे अन्य राज्यों में भी भेजा जाएगा। इस यात्रा से न केवल एक सशक्त धार्मिक आंदोलन की शुरुआत हो रही है, बल्कि भारतीय समाज में एक नई ऊर्जा का संचार भी हो रहा है।
सनातन संस्कृति का प्रचार इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है, और इसके माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि हम अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को समझें और उसका सम्मान करें।
What's Your Reaction?