Bihar Assembly Elections: Gaya में भाकपा माले के कार्यकर्ता कन्वेंशन में सैंकड़ों की भागीदारी, 9 मार्च 2025 को पटना में होगी 'बदलो बिहार महाजुटान' रैली
भाकपा माले के द्वारा आयोजित गया में कार्यकर्ता कन्वेंशन में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। 9 मार्च 2025 को पटना में होने वाली 'बदलो बिहार महाजुटान' रैली को लेकर व्यापक तैयारी की गई। जानें रैली का उद्देश्य और क्या हैं इसके पीछे की रणनीतियाँ।
गया में रविवार को आयोजित भाकपा माले के जिला स्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन ने पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया। इस कन्वेंशन का मुख्य उद्देश्य आगामी 9 मार्च 2025 को पटना में होने वाली 'बदलो बिहार महाजुटान रैली' के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देना था। कार्यक्रम में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
भाकपा माले की रणनीति और महाजुटान रैली का महत्व
कन्वेंशन में मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य और मगध जोन प्रभारी कॉमरेड अमर उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में भा.ज.पा. के खिलाफ बिहार में संघर्ष तेज करने का आह्वान किया और आगामी विधानसभा चुनावों में फासीवादी ताकतों को पीछे धकेलने का संकल्प लिया। कॉमरेड अमर ने विशेष रूप से झारखंड की तरह बिहार में भी भाजपा को हराने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा को हराया गया, तो देश में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की जा सकेगी।
कॉमरेड अमर ने हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संविधान की प्रस्तावना में 'समाजवादी' और 'पंथनिरपेक्ष' शब्दों पर दी गई सफाई को स्वागतयोग्य कदम बताया, लेकिन साथ ही भाजपा और आरएसएस के संविधान की मूल भावना को कमजोर करने के प्रयासों के खिलाफ निरंतर संघर्ष की आवश्यकता की बात की।
बिहार की डबल इंजन सरकार पर हमला
कन्वेंशन में माले जिला सचिव निरंजन कुमार ने राज्य सरकार की नीतियों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन सरकार के तहत कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है। पुल-पुलियां ढह रही हैं, जबकि सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में फंसी हुई है। निरंजन कुमार ने कहा कि बिहार को पीछे धकेलने के इन प्रयासों के खिलाफ आवाज उठाना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को जनता की जिंदगियों को बेहतर बनाने, सामाजिक न्याय की ओर कदम बढ़ाने और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए चौतरफा आंदोलनों को तेज करने की आवश्यकता है। साथ ही, उन्होंने लोगों को भूमि पर अधिकार, लाभकारी खेती, और सुरक्षित रोजगार जैसे बदलावों के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया।
नए पार्टी सदस्य भर्ती करने की योजना
कन्वेंशन के दौरान पार्टी नेताओं ने नए सदस्य जोड़ने, सदस्यता नवीकरण करने और पार्टी पत्रिका के ग्राहकों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य रखा। इसके अलावा, आगामी महीनों में आयोजित होने वाली कमेटी की बैठक में पार्टी की विचारधारा और संघर्षों को और अधिक मजबूत करने की योजना बनाई गई।
कन्वेंशन द्वारा 8 सूत्री राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किए गए, जो पार्टी के भविष्य के आंदोलनों और योजनाओं को दिशा देंगे। इस प्रस्ताव में शिक्षा, रोजगार, भूमि अधिकार और किसानों के मुद्दों पर पार्टी का रुख स्पष्ट किया गया।
पटना महाजुटान रैली में शामिल होने का संकल्प
कन्वेंशन के अंत में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 9 मार्च 2025 को पटना में आयोजित होने वाली महाजुटान रैली में हजारों की संख्या में भाग लेने का संकल्प लिया। इस ऐतिहासिक रैली का मुख्य उद्देश्य बिहार में फासीवादी ताकतों का मुकाबला करना और राज्य की समृद्धि और प्रगति के लिए एकजुट होना है।
कार्यक्रम को नगर प्रभारी तारिक अनवर, मानपुर से सुदामा राम, टिकारी से रवि कुमार, मोहनपुर से पुलेंद्र कुमार, खिजरसराय से बच्चू सिंह, शेरघाटी से राम लखन प्रसाद, बेलागंज से सूर्य विलास पासवान, कोच से सुरेंद यादव, फतेहपुर से वीरेंद्र सान्याल, और अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
भाकपा माले का दृढ़ संकल्प और आंदोलन की ताकत
इस कन्वेंशन के माध्यम से भाकपा माले ने यह साबित कर दिया कि वह बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। पार्टी ने न केवल आगामी रैली के लिए पूरी तैयारी की है, बल्कि राज्य और देश के भीतर सुधारों की दिशा में अपने संघर्ष को और तेज करने का संकल्प लिया है।
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