पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार ने व्यापारियों के मुद्दे पर किया बड़ा हमला
जमशेदपुर में पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार ने विधायक और सांसद पर हमला बोला। व्यापारियों के समर्थन में आगे बढ़े और प्रशासन के खिलाफ उठाई आवाज।
27 सितंबर 2024 को जमशेदपुर में पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. अजय कुमार ने स्थानीय नेताओं पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जब व्यापारियों को समर्थन की जरूरत थी, तब विधायक सरयू राय और सांसद विद्युत वरण महतो मौके पर गायब रहे।
डॉ. अजय कुमार ने कहा, "इनका यही चरित्र है। बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब लोगों को उनकी जरूरत होती है, तो ये लोग गायब हो जाते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन का सामना किया और उन्हें वापस लौटने पर मजबूर किया।
उन्होंने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि वह हर समय उनके साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, "मैं कानूनी लड़ाई में आपका सहयोग करने के लिए तैयार हूं, लेकिन लड़ाई आपको ही लड़नी होगी।" उनका कहना था कि जिला प्रशासन को रोकने के बाद स्थायी समाधान कानूनी रूप से ही निकाला जा सकता है।
इस मामले में डॉ. अजय ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी सवाल किए। उन्होंने कहा, "गोदाम मालिकों को बिना नोटिस दिए और बिना वैकल्पिक व्यवस्था के उजाड़ना कैसे संभव है?" अंततः, जिला प्रशासन को बिना कोई कार्रवाई किए लौटना पड़ा।
बीजेपी के विरोध पर डॉ. अजय ने कहा, "25 वर्षों के शासन का पोल खुलने पर बीजेपी बौखला गई है।" उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और पूर्व विधायक रघुवर दास ने जानबूझकर 86 बस्तियों को लीज से बाहर कराया, लेकिन लाल बाबा फाउंड्री को नहीं। इससे स्थिति और खराब हुई।
डॉ. अजय ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य राजनीति करना नहीं, बल्कि लोगों को सच्चाई से अवगत कराना है। "जब बीजेपी को अपनी गलती का एहसास हुआ, तब उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया।"
इस घटना ने जमशेदपुर के राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा कर दी है। डॉ. अजय कुमार ने व्यापारियों के हक में खड़े होकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह उनकी समस्याओं को लेकर गंभीर हैं।
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