झारखंड चुनाव से पहले मकानों की तोड़फोड़ पर कांग्रेस की नाराजगी
झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले जमशेदपुर और आदित्यपुर में हाउसिंग बोर्ड के मकानों को तोड़ने पर कांग्रेस नेता कमलेश पांडे की नाराजगी। जानें पूरी कहानी।
जमशेदपुर, 29 सितंबर 2024: झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले जमशेदपुर और आदित्यपुर में हाउसिंग बोर्ड के मकानों को तोड़े जाने की कार्रवाई पर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के सचिव कमलेश कुमार पांडे ने गहरी नाराजगी जताई है। पांडे ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई ठीक समय पर नहीं हो रही है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो से इस संबंध में बात की।
कमलेश पांडे ने कहा, "हाउसिंग बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे सर्वेक्षण और मकानों को गिराने की कार्रवार्इयां न केवल गलत हैं, बल्कि ये गरीबों के लिए गंभीर समस्या भी बन सकती हैं।" उन्होंने आगे कहा कि झारखंड सरकार की नीति गरीबों को बसाना है, न कि उनके घरों को तोड़ना। ऐसे समय में, जब विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, इस प्रकार की कार्रवाई से आम जनता में सरकार के प्रति नकारात्मक संदेश जा सकता है।
कमलेश पांडे ने जोर देते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता गरीबों को आश्रय देने की होनी चाहिए। इस तरह की कार्रवाई से जनता में असंतोष बढ़ सकता है। उन्होंने कहा, "यदि ये कार्रवाई जारी रहती है, तो इससे सरकार की छवि पर बुरा असर पड़ेगा।"
कमलेश पांडे की बातों को ध्यान से सुनने के बाद प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो ने आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से सीधे बात करेंगे। उन्होंने कहा, "हाउसिंग बोर्ड की इस कार्रवाई पर पूरी जानकारी लेकर उचित कदम उठाए जाएंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश की जाएगी ताकि किसी भी तरह की अवांछित स्थिति उत्पन्न न हो।
कांग्रेस नेताओं की चिंताओं के बीच, अब देखना यह होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है। सभी की निगाहें मुख्यमंत्री के निर्णय पर हैं, ताकि गरीब और निम्नवर्गीय परिवारों के हितों की रक्षा की जा सके।
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि चुनावी राजनीति में इस प्रकार की कार्रवाई जनता के लिए चिंता का विषय बन सकती है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को अपनी प्राथमिकताओं में रखा है और चुनावों से पहले इसकी पूरी जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
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