Employment in Jharkhand: रांची में युवा कांग्रेस का मुख्यमंत्री से मिला प्रतिनिधिमंडल, रोजगार और शिक्षा सुधार पर चर्चा
युवा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिला। रोजगार और शिक्षा सुधार की मांग की, साथ ही 'मैय्या योजना' की सफलता को सराहा। जानें पूरी खबर।
झारखंड की राजधानी रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से युवा कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। रोहित सिन्हा के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने नई सरकार को शुभकामनाएं देते हुए राज्य के युवाओं के लिए रोजगार और बेहतर शिक्षा की मांग की।
युवा नेताओं ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि झारखंड के युवाओं को उनके गृह राज्य में ही पर्याप्त रोजगार और उच्च शिक्षा के अवसर मिलें। उनका कहना था कि राज्य में ऐसी सुविधाओं का अभाव है, जिसके कारण हजारों युवा दूसरे प्रदेशों में पलायन करने को मजबूर हैं।
मुख्यमंत्री की योजनाओं की सराहना
युवा कांग्रेस के नेताओं ने मुख्यमंत्री द्वारा जनहित में उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में झारखंड में बड़े बदलाव हो रहे हैं। 'मैय्या योजना' का विशेष उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना ने झारखंड की लाखों महिलाओं की जिंदगी बदल दी है।
रोहित सिन्हा, जो इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे, ने कहा:
"मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की दूरदर्शी सोच और योजनाओं का ही परिणाम है कि महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। उनकी सरकार ने झारखंड को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।"
रोजगार और शिक्षा की मांग क्यों महत्वपूर्ण है?
झारखंड के युवा लंबे समय से रोजगार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
- बेरोजगारी का मुद्दा: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के हालिया आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
- शिक्षा का पलायन: झारखंड के हजारों छात्र हर साल उच्च शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं, जिससे उन्हें अधिक खर्च उठाना पड़ता है।
- स्थानीय रोजगार का अभाव: स्थानीय उद्योगों और सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया में देरी और पारदर्शिता की कमी युवाओं को राज्य छोड़ने पर मजबूर करती है।
युवा कांग्रेस ने इन मुद्दों को हल करने के लिए सरकार से ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है।
मैय्या योजना: झारखंड की महिलाओं के लिए वरदान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई मैय्या योजना ने राज्य की लाखों महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत किया है।
- इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं।
- महिलाओं को वित्तीय सहायता और कौशल विकास के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल रही है।
- अब तक इस योजना का लाभ 2 लाख से अधिक महिलाएं उठा चुकी हैं।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता
इस प्रतिनिधिमंडल में कई युवा कांग्रेस नेता शामिल थे, जिनमें सौरभ अग्रवाल, कुलदीप कुमार रवि, गौरव सिंह और नूर मोहम्मद प्रमुख थे। सभी ने मुख्यमंत्री से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि झारखंड में शिक्षा और रोजगार के लिए ठोस नीतियां बनाई जाएं।
झारखंड में शिक्षा सुधार और रोजगार के लिए उठाए गए कदम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यकाल में सरकार ने शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कई पहल की हैं:
- मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना: झारखंड के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है।
- स्थानीय उद्योगों में रोजगार: राज्य के युवाओं को प्राथमिकता देने के लिए सरकारी और निजी क्षेत्रों में भर्ती प्रक्रियाओं को तेज किया गया है।
- शिक्षा का डिजिटलीकरण: झारखंड के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में डिजिटल सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
हालांकि, युवा कांग्रेस का कहना है कि इन योजनाओं को और प्रभावी तरीके से लागू करने की जरूरत है।
युवाओं के सपनों को पंख देने की जिम्मेदारी
झारखंड में बेरोजगारी और शिक्षा की चुनौतियां न केवल युवाओं के भविष्य को प्रभावित करती हैं, बल्कि राज्य के विकास पर भी गहरा असर डालती हैं। युवा कांग्रेस ने इस मुद्दे को प्राथमिकता देने की अपील की है।
आप इस मुद्दे पर क्या सोचते हैं? झारखंड में युवाओं के लिए रोजगार और शिक्षा सुधार के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए? हमें अपनी राय जरूर बताएं।
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