सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ़ गोलमुरी में हो समाज की अहम बैठक: कल कोल्हान बंद को मिला पूर्ण समर्थन!

क्या आदिवासी हो समाज युवा महासभा का विरोध सरकार की नीतियों में बदलाव ला पाएगा? कल के कोल्हान बंद को मिला व्यापक समर्थन।

Jul 30, 2024 - 23:50
सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ़ गोलमुरी में हो समाज की अहम बैठक: कल कोल्हान बंद को मिला पूर्ण समर्थन!
सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ़ गोलमुरी में हो समाज की अहम बैठक: कल कोल्हान बंद को मिला पूर्ण समर्थन!

आज पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी के आदिवासी हो समाज युवा महासभा के पदाधिकारियों ने गोलमुरी स्थित हो समाज भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कल 31 जुलाई 2024 को होने वाले कोल्हान बंद को पूर्ण समर्थन दिया जाएगा। यह बंद आदिवासी छात्र युवा संघटन द्वारा ज़मीन अधिग्रहण के खिलाफ़ और सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों के विरोध में आयोजित किया जा रहा है।

बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि अगर सरकार इसी प्रकार आदिवासी विरोधी कार्य करती रही, तो समाज इस तरह का विरोध हमेशा जारी रखेगा और कदम से कदम मिलाकर संघर्ष करेगा।

इस बैठक में शामिल होने वाले प्रमुख पदाधिकारियों के नाम इस प्रकार हैं:

  • मनोज मेलगंडी (ज़िला विधिक सचिव, पूर्वी सिंहभूम)
  • रवि सवैयाँ (जिला उपाध्यक्ष, पूर्वी सिंहभूम)
  • गोमेया सुन्डी (जिलाध्यक्ष, पूर्वी सिंहभूम)
  • उपेन्द्र बानरा (संघटन सचिव, पूर्वी सिंहभूम)
  • बिरसिंह बानरा (धर्म सचिव, पूर्वी सिंहभूम)
  • मनोज बोदरा (दियूरी, पूर्वी सिंहभूम)
  • सगेन तियू (प्रखण्ड आदाश)
  • शबनम बारी (संयुक्त सचिव)
  • डिस्ट्रिक्ट बिरुली (सलाहकार)
  • शिवचरण बारी (स्थानीय अध्यक्ष, बागूनहातु)
  • बाबूलाल बोएपाई (कोषाध्यक्ष)
  • वीर सिंह गुड़िया (क्रीड़ा सचिव)
  • डेविड सिंह बनरा (संयुक्त सचिव)
  • राजेश कान्डेयागं (जिला सचिव)

जिला उपाध्यक्ष रवि सवैयाँ ने कहा, "हमारा पूर्ण समर्थन इस बंद के लिए है और अगर सरकार ने अपनी नीतियों में बदलाव नहीं किया, तो हमारा संघर्ष जारी रहेगा।"

इस निर्णय के बाद, सभी आदिवासी हो समाज के सदस्यों ने एकजुटता दिखाई और सरकार को यह संदेश दिया कि उनके अधिकारों की अनदेखी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।