Jharkhand Murder: गर्भवती पत्नी को झारखंड लाकर मारा, कैसे खुला मामला?

तमिलनाडु से झारखंड आई गर्भवती महिला की हत्या का मामला पुलिस ने 48 घंटे में सुलझाया। पढ़ें कैसे सीसीटीवी और मोबाइल डेटा ने खोले राज।

Jan 22, 2025 - 13:54
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Jharkhand Murder: गर्भवती पत्नी को झारखंड लाकर मारा, कैसे खुला मामला?
Jharkhand Murder: गर्भवती पत्नी को झारखंड लाकर मारा, कैसे खुला मामला?

झारखंड के बोकारो जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां बालीडीह स्थित रेलवे की खंडहरनुमा बिल्डिंग में एक युवती का शव मिलने से हड़कंप मच गया। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। मृतका की पहचान बिहार के गया जिले की लक्ष्मी कुमारी (20 वर्ष) के रूप में हुई।

कैसे सामने आया मामला?

19 जनवरी को बालीडीह की खंडहरनुमा बिल्डिंग के शौचालय से एक शव बरामद हुआ। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की। शव के पास से मिले बैग और कपड़ों की जांच की गई। रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा का विश्लेषण करने के बाद पुलिस ने हत्या के आरोपी रोहित महतो (19 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया।

प्रेम कहानी से हत्या तक का सफर

लक्ष्मी और रोहित तमिलनाडु के बलम्पलानौर में स्थित सुप्राजीत फैक्ट्री में मजदूरी करते थे। वहीं दोनों के बीच प्यार हुआ। सितंबर 2024 में दोनों ने गुपचुप शादी कर ली। शादी के बाद लक्ष्मी गर्भवती हो गई और उसने रोहित पर अपने परिवार से मिलवाने का दबाव बनाना शुरू किया।

हत्या की साजिश

रोहित ने लक्ष्मी की बातों से परेशान होकर उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची। 17 जनवरी को रोहित, लक्ष्मी को एलेप्पी एक्सप्रेस से बोकारो लेकर आया। रेलवे स्टेशन से महज डेढ़ किलोमीटर दूर खंडहरनुमा बिल्डिंग में उसने लक्ष्मी का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को शौचालय में फेंककर बोरे से ढक दिया और पुलिस को भटकाने के लिए मृतका के बैग से कपड़े निकालकर इधर-उधर फेंक दिए।

पुलिस ने कैसे सुलझाया मामला?

घटना की जांच एसपी मनोज स्वर्गीयारी के नेतृत्व में हुई। उन्होंने डीएसपी अनिमेष गुप्ता की देखरेख में इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम बनाई।

सीसीटीवी फुटेज बना अहम कड़ी

रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में रोहित और लक्ष्मी को साथ में स्टेशन से बाहर जाते हुए देखा गया। यह फुटेज पुलिस के लिए पहली महत्वपूर्ण कड़ी बनी।

मोबाइल डेटा का विश्लेषण

मृतका के मोबाइल से भी अहम सुराग मिले। पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन डेटा का विश्लेषण किया। इन जानकारियों ने आरोपी तक पहुंचने में मदद की।

एफएसएल टीम का योगदान

रांची से आई एफएसएल टीम ने घटनास्थल पर मौजूद सबूतों का बारीकी से विश्लेषण किया। इससे पता चला कि हत्या के पीछे मुख्य कारण क्या था।

झारखंड में अपराध का इतिहास

झारखंड के बोकारो और आसपास के इलाकों में अतीत में भी ऐसी घटनाएं सामने आती रही हैं। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने पिछले कुछ वर्षों में तकनीकी और आधुनिक जांच विधियों के माध्यम से अपराध पर काफी हद तक लगाम लगाई है।

सुरक्षात्मक कदम और जागरूकता

  • स्थानीय लोगों के लिए सलाह: संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
  • महिलाओं की सुरक्षा: महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेना चाहिए।
  • साइबर जागरूकता: सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर किसी भी संदिग्ध संपर्क से सतर्क रहें।

इस घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर नए सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की तत्परता और आधुनिक जांच प्रक्रिया के चलते यह मामला सुलझा लिया गया, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि रिश्तों में पारदर्शिता और संवाद कितना जरूरी है।

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