Sound Alert: डीजे और लाइट संचालकों ने लिया बड़ा फैसला! क्या इस बार दुर्गा पूजा में अश्लील गानों पर लगेगी रोक?
सोनारी में 19 सितंबर 2025 को हुई ऑल झारखंड साउंड एंड लाइट कमेटी की बैठक में दुर्गा पूजा के दौरान अश्लील गानों और लाईन चोरी पर सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया गया। जानिए क्या हैं कमेटी के प्रस्ताव और जिला प्रशासन से उनकी मांग।

ऑल झारखंड साउंड एंड लाइट कमेटी की एक विशाल बैठक रविवार को सोनारी राम मंदिर प्रांगण में दिनेश साह जी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में डीजे, लाइट, डेकोरेशन और साउंड सिस्टम से जुड़े करीब 60 से 65 सदस्य विभिन्न क्षेत्रों से शामिल हुए। कई सदस्य अपने काम में व्यस्त होने के कारण शामिल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने कहा कि कमेटी का जो भी निर्णय होगा, वे उसका आदर करेंगे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य दुर्गा पूजा के दौरान अनुशासन बनाए रखना और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करना था। इसमें सबसे अहम मुद्दा यह था कि पूजा पंडालों में अश्लील गानों और विसर्जन जुलूस में डीजे पर लगाए जाने वाले तेज आवाज वाले गानों पर रोक लगाई जाए। साथ ही जुस्को द्वारा लाईन चोरी रोकने की अपील की गई।
कमेटी के अध्यक्ष दिनेश साह ने कहा कि डीजे और लाइट वाले अपने मन से गाने नहीं बजाते, बल्कि पंडाल आयोजकों की मांग के अनुसार काम करते हैं। इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह पंडाल वालों को पहले से सचेत करे कि अश्लील गानों और अवैध बिजली उपयोग पर रोक लगाई जाए।
बैठक में मुख्य रूप से जीतेन्द्र शर्मा, संजीव मंडल, अमीत, फिरोज खान, सुभाष, बबलू, सुरज यादव, चंदन दास, बंधन उरांव, जुगल, दीपक, सन्नी, विकास, मंगल सहित अन्य संचालक मौजूद थे। सभी ने मिलकर निर्णय लिया कि 19 सितंबर 2025 को कमेटी के सदस्य जिला प्रशासन से मिलकर अपनी बात रखेंगे।
बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि प्रशासन पूजा आयोजकों को निर्देश दे कि वे पंडालों में अश्लील गाने नहीं बजाएँ और विसर्जन जुलूस में डीजे का उपयोग मर्यादा के साथ करें। साथ ही लाईन चोरी से संबंधित किसी भी प्रकार की गतिविधि पर रोक लगाने का आग्रह किया जाएगा।
कमेटी ने आशा जताई कि प्रशासन उनकी बातों को गंभीरता से लेकर त्योहार के दौरान अनुशासन सुनिश्चित करेगा। बैठक में सभी सदस्यों ने एकजुट होकर यह तय किया कि त्योहार को शांतिपूर्ण और मर्यादित तरीके से मनाना सबकी जिम्मेदारी है।
इस बार की बैठक ने यह साफ कर दिया कि डीजे और लाइट संचालकों ने समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने का संकल्प लिया है। अब सबकी नजरें 19 सितंबर को होने वाली प्रशासनिक बैठक पर टिकी हैं, जिसमें त्योहार के दौरान अनुशासन बनाए रखने के लिए निर्णायक कदम उठाए जाएंगे।
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