शनि खराब होने के प्रमुख लक्षण (5 लक्षण) | Shani kharab hone ke lachhan in hindi
शनि खराब होने के प्रमुख लक्षण (5 लक्षण) | Shani kharab hone ke lachhan in hindi
शनि खराब होने के प्रमुख लक्षण (5 लक्षण) | Shani kharab hone ke lachhan in hindi
हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार सनी न्याय का देवता है आप जैसा कर्म करते हैं शनि उसके हिसाब से आपको फल देता है सनी जातक को उसके द्वारा किए गए कर्मों के अनुसार फल प्रदान करता है बुरे कर्म के लोगों को वह दंडित करता है तथा अच्छे कर्म के लोगों पर फल बरसाता है यही कारण है कि सनी को न्यायधीश माना जाता है परंतु कुछ ऐसे लोग हैं जो सनी को बुरा ग्राम मानते हैं और उनके नाम पर डर बैठाया जाता है कि सनी कुपित देवता है परंतु यह बिल्कुल गलत है|
अगर किसी जातक को शनि की वक्र दृष्टि पड़ती है तो जातक को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है अगर सनी क्रोधित हो जाए तो उसे राजा से रंग बनने में समय नहीं लगता है इसी कारण लोग शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं परंतु शनिदेव को प्रसन्न करना इतना आसान नहीं है आप अगर अपने कर्म को सही रखते हैं तो सनी आप पर प्रसन्न रहेंगे परंतु कुछ लोग अपने कर्मों को सही नहीं कर पाते हैं तो वह सनी के सुप्रभात पाने के लिए बहुत सारे उपाय करते हैं|
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सनी द्वारा कुपित जातकों को पहचानने के कुछ नियम है जिसे इसलिए द्वारा मैं आपको बताने की कोशिश करूंगा|
1: बाल झड़ना:
शनि के अशुभ प्रभाव होने के कारण व्यक्ति के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं और सूर्य के अशुभ प्रभाव के कारण भी जातक के बाल तेजी से गिरते हैं अगर आपके बाल ज्यादा गिर रहे हैं तो आपको शनि को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजन करना चाहिए और सूर्य को मजबूत करने के लिए आप को नियमित रूप से तांबे के लोटे से सूर्य को जल देना चाहिए|
2: ललाट काला पड़ना:
शनि ग्रह अगर किसी जातक को सुप्रभात दे रहा है तो उसका ललाट काला पड़ जाता है यह आसानी से आप किसी के माथे पर देख सकते हैं अगर उसका चेहरा खासकर ललाट खाना पड़ रहा है तो वह सनी से कुपित है इस कारण से आपका मान सम्मान में हानि होता है|
3: आग से बड़ी हानि होने की संभावना :
शनि द्वारा कुपित व्यक्ति के परिवार और कारोबार दोनों में ही समस्याएं उत्पन्न होने लगती है जातक के बने कार्य बिगड़ने लगते हैं| जातक को आग के कारण बड़ी हानि होने की संभावना बनी रहती है यदि इस तरह के लक्षण आपको दिखाई दे तो शनिदेव को अपने अनुकूल बनाने की कोशिश करें और शनि की पूजा करते रहे|
4: मांस मदिरा का सेवन बढ़ना:
शनिदेव के दुष्प्रभाव से जातक के लिए मांसाहार खाना लजीज होने लगता है सात्विक व्यक्ति की विरोधी मांस मदिरा में पड़ने लगती है यदि किसी को इस तरह के लक्षण दिखे तो उन्हें सतर्क हो जाना चाहिए और कोशिश करना चाहिए aइन सब चीजों से दूर रहें और शनिदेव के शरण में आ जाना चाहिए जिससे उनका कल्याण हो सकता है|
5: क्रोध ,गलत कार्य और झूठ की भावना बढ़ना:
यदि जातक में कुकर्म आशा अभाव में क्रोध और झूठ की भावना बढ़ने लगे और वह धर्म-कर्म के कार्यों से विमुख होने लगे तथा व्यक्ति में गलत कार्य सट्टा खेलने की बुरी आदत पनपने लगे जो कि उसे दरिद्रता की ओर ले जाए वैसे व्यक्ति को शनि के शरण में चले जाना चाहिए और कोशिश करना चाहिए गलत कार्य और सट्टेबाजी से दूर रहें|
शनि खराब होने के प्रमुख लक्षण (5 लक्षण) | Shani kharab hone ke lachhan in hindi दोस्तों अगर आपके परिवार या आपके दोस्तों में शनि कुपित होने के कोई भी प्रभाव दिखे तो उन्हें आप सचेत करें | और आपसे आग्रह है कि यह पोस्ट और लेख अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और अगर आपको और कुछ जानकारी चाहिए शनि ग्रह के बारे में तो अपना कमेंट हमें भेजें और मेल भी कर सकते हैं| धन्यवाद|
What's Your Reaction?