दिवाली या दीपावली हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में एक है जिसे हर एक धर्म और वर्ग के लोग उत्साह और खुशियों के साथ मनाते हैं|
दिवाली या दीपावली हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में एक है जिसे हर एक धर्म और वर्ग के लोग उत्साह और खुशियों के साथ मनाते हैं|
दिवाली जिसे हम दीपावली के नाम से भी जानते हैं यह भारत और दुनिया भर में रहने वाले हिंदुओं की सबसे पवित्र त्यौहारों में एक है दीपावली संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है दीपा+ आवली दीप का अर्थ होता है दीपक तथा आवली का अर्थ होता है श्रृंखला अर्थात दीपावली का मतलब हुआ दीपू का श्रृंखला दीपावली हिंदुओं में एक खासा महत्व रखता है इसमें हिंदू देवी लक्ष्मी और कुबेर तथा गणेश की पूजा करते हैं और अपने घर में सुख संपदा धन-संपत्ति के आगमन की कामना करते हैं लेकिन सभी समुदाय के लोग इस विशिष्ट दिवस पर पटाखे और आतिशबाजी कर अपने समाज और घर को रोशन करते हैं दीपावली एक त्योहारों की श्रृंखला है इसमें बहुत सारे त्यौहार जो दीपावली से पहले और बाद में आते हैं दीपावली एकता और समरसता का एक अनोखा संगम है जिसमें हर एक वर्ग के लोग अपने हिस्सेदारी निभाते हैं इसमें हर एक परिवार के लोग एक दूसरे के घर जाकर मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं जिससे उनके बीच एकता समरसता कायम होती है|
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त (Diwali 2022 Laxami Puja Subh Muhurat)
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त |
18:10:29 से 20:06:20 तक |
अवधि |
1 घंटे 55 मिनट |
प्रदोष काल |
17:34:09 से 20:10:27 तक |
वृषभ काल |
18:10:29 से 20:06:20 तक |
अमावस्या तिथि प्रारम्भ |
24/10/2022 को 06:03 बजे |
अमावस्या तिथि समाप्त |
24/10/2022 को 02:44 बजे |
दीपावली कब है का इतिहास : हिंदू मान्यता अनुसार दीपावली के दिन ही मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता भाई लक्ष्मण तथा अपने भक्त हनुमान के साथ अयोध्या लौटे थे अमावस्या की रात होने के कारण काफी अंधेरा था उस अंधेरे को दूर करने के लिए अयोध्यावासी दीपों की श्रृंखला से अयोध्या को जगमग आ दिए थे तथा अयोध्या को पूरे पुष्पमाला से सजाया गया था ताकि श्री राम के आगमन में कोई परेशानी ना हो तथा शहर के लोग उसे उत्साह के रूप में मनाए उसी समय से हिंदू मान्यता है कि दीपावली के दिन घर में साफ सफाई रोशनी और फूलों से सजावट करनी चाहिए जिससे लक्ष्मी मां प्रसन्न होती है और घर में धन की वर्षा होती है दीपावली के शुभ अवसर पर बाजारों में भगवान श्री गणेश महालक्ष्मी राम जी आरती की मूर्तियां का खरीदारी की जाती है तथा हिंदू बाजारों में खूब चहल-पहल होती है इस अवसर पर लोग नए कपड़े बर्तन मिठाईयां आदि खरीदते हैं लक्ष्मी पूजा दिवाली का महत्व व्यापारियों वर्ग में भी बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है यह त्यौहार धन समृद्धि और सफलता की प्रतीक के रूप में किया जाता है अतः इसमें व्यापारी वर्ग के लोग ने बहीखाता का शुरुआत दीपावली के दिन ही करते हैं दीपावली के त्यौहार के दौरान अपने परिवार दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ उपहारों का आदान-प्रदान किया जाता है|
दीपावली कब है कुर्तियां (Diwali kab hai): दीपावली एक अत्यधिक धार्मिक मतवाला पावन त्यौहार है परंतु कुछ असामाजिक तत्व जो दीपावली के परंपरा के विरुद्ध कुछ ऐसे प्रयास करते हैं जो समाज ही नहीं बल्कि पूरे परिवार और देश के लिए भी गलत छाप छोड़ता है जैसे कुछ असामाजिक तत्व अपने निरंतर प्रयास से शराब का सेवन जुआ खेला टोना टोटका या पटाखों का गलत इस्तेमाल कर एक दूसरे को चोट पहुंचाने की कोशिश करते हैं अगर इन कुरीतियों को दीपावली से दूर रखा जाए तो हमारे समाज में एक दीपावली की अलग ही छटा देखने को मिलेगी|
दीपावली के साथ मनाए जाने वाले उत्सव (Diwali kab hai): दीपावली 5 दिनों मे मनाए जाने वाला त्यौहार है
- जिसके पहले दिन धनतेरस होता है धनतेरस में धातु की वस्तुओं जैसे सोने चांदी के आभूषण की खरीदारी की जाती है
- दीपावली का दूसरा दिन नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है जिसे हम लोग छोटी दीवाली के रूप में मनाते हैं
- तीसरा दिन दीपावली के मुख्य त्योहार के रूप में होता है जिसमें महा लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है
- दीपावली के चौथे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है क्योंकि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र के क्रोध से हुए मूसलाधार वर्षा के लोगों को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाया था और पूरे जनमानस का जनकल्याण किया था
- दीपावली के आखिरी दिन भाई दूज के रूप में मनाया जाता है|
दीपावली कब है सावधानियां (Diwali kab hai):
- दीपावली में हमें छोटे पटाखे फोड़ने चाहिए जिससे किसी का कोई नुकसान ना हो
- दीपावली में अनार हाथ में नहीं जलाने चाहिए उन्हें जमीन पर रखकर जलाने चाहिए
- दीपावली में शराब का सेवन नहीं करना चाहिए दीपावली में जुआ नहीं खेलना चाहिए
- दीपावली में काले जादू टोना टोटका नहीं करना चाहिए
FAQ's
Q : दीपावली का त्यौहार कब मनाया जाता है ?
Ans : कार्तिक मास की अमावस्या को
Q : दीपावली 2022 में कब है ?
Ans : 24 अक्टूबर
Q : दीपावली के दिन किसकी पूजा की जाती है ?
Ans : माता लक्ष्मी जी की
Q : दीपावली में लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त कब का है ?
Ans : शाम 6:54 से 8:16 तक
Q : दीपावली का त्यौहार मनाते से क्या लाभ है ?
Ans : घर की साफ सफाई हो जाती है, जिससे सुख शांति बनी रहती है.
Q : दीपावली कितने दिनों का त्यौहार है?
Ans : दीपावली 5 दिनों का त्यौहार है