Saraikela Accident: कांड्रा रोड पर बड़ा हादसा, गार्डवाल से टकराई कार, डिवाइडर पार कर रुकी!
सरायकेला के कांड्रा थाना क्षेत्र में बड़ा सड़क हादसा! 40 फीट उछली कार, डिवाइडर पार कर रुकी। जानिए कैसे बची यात्रियों की जान और क्या थी हादसे की असली वजह?

सरायकेला: कांड्रा थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम एक खौफनाक सड़क हादसा होते-होते टल गया। पिंड्राबेड़ा के पास गम्हरिया-कांड्रा रोड पर एक तेज रफ्तार कार (HR 26 BC 3303) गार्डवाल से टकराने के बाद लगभग 40 फीट हवा में उछलते हुए डिवाइडर पार कर गई। इस भयानक हादसे के बावजूद किसी की जान नहीं गई, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसा इतना भीषण था कि कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद कांड्रा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कार को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
कैसे हुआ यह खतरनाक हादसा?
कार चालक ने पुलिस को बताया कि वह अपने दोस्त की कार से कांड्रा की ओर जा रहा था। रास्ते में अचानक एक दूसरी गाड़ी सामने आ गई, जिसे बचाने के चक्कर में उसने नियंत्रण खो दिया और कार गार्डवाल से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार उछलकर 40 फीट दूर डिवाइडर के पार जाकर रुकी।
अगर सामने कोई गाड़ी होती तो क्या होता?
हादसे के वक्त सामने से कोई और वाहन नहीं आ रहा था, वरना यह घटना बहुत बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी। ड्राइवर ने खुद माना कि अगर सामने से कोई दूसरी गाड़ी होती, तो उसकी जान बचना मुश्किल था।
क्या तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह?
हालांकि चालक का कहना है कि दूसरी गाड़ी को बचाने के दौरान यह दुर्घटना हुई, लेकिन पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं तेज रफ्तार तो इस हादसे की असली वजह नहीं थी।
झारखंड और बिहार के कई हाईवे तेज रफ्तार वाहनों के कारण 'डेथ रोड' के नाम से कुख्यात हैं। बीते कुछ वर्षों में गम्हरिया-कांड्रा रोड पर कई दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से अधिकांश मामलों में स्पीडिंग (तेज रफ्तार) और लापरवाही ही मुख्य कारण रहे हैं।
पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है?
पुलिस ने फिलहाल कार को जब्त कर लिया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या चालक नशे में था या फिर यह पूरी तरह से एक दुर्घटना थी।
क्या सड़कों पर ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं?
गम्हरिया-कांड्रा रोड पर दुर्घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। यहां स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक कंट्रोल के अभाव में आए दिन हादसे होते रहते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर प्रशासन इस रोड पर ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत नहीं करता, तो आने वाले दिनों में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं।
इस घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। तेज रफ्तार, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और अव्यवस्थित सड़कें मिलकर हर साल सैकड़ों जिंदगियां लील जाती हैं। हालांकि इस बार किसी की जान नहीं गई, लेकिन क्या अगली बार भी लोग इतने भाग्यशाली होंगे?
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