Ranchi Crime News: SSP ने इंस्पेक्टर-दारोगा को दी सख्त चेतावनी, थानेदार बनने के लिए अब जुगाड़ नहीं चलेगा!

रांची के SSP चंदन कुमार सिन्हा ने थानेदार बनने के लिए पैरवी करने वाले पुलिस अफसरों को सस्पेंड करने का आदेश दिया। जानिए क्या हैं एसएसपी के नए दिशा-निर्देश, जो पुलिस विभाग में हड़कंप मचाने वाले हैं!

Jan 9, 2025 - 10:03
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Ranchi Crime News: SSP ने इंस्पेक्टर-दारोगा को दी सख्त चेतावनी, थानेदार बनने के लिए अब जुगाड़ नहीं चलेगा!
Ranchi Crime News: SSP ने इंस्पेक्टर-दारोगा को दी सख्त चेतावनी, थानेदार बनने के लिए अब जुगाड़ नहीं चलेगा!

रांची, एक शहर जो सुरक्षा और शांति का प्रतीक समझा जाता था, अब पुलिस विभाग में एक नई हलचल देख रहा है। रांची के एसएसपी, चंदन कुमार सिन्हा ने एक बड़ी घोषणा की है, जो पुलिस विभाग के भीतर हड़कंप मचा सकती है। बुधवार को आयोजित क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब थानेदार बनने के लिए जुगाड़ करने वाले इंस्पेक्टर और दारोगा को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। अगर कोई पुलिस अधिकारी इस तरह की पैरवी करता है, तो उसे 24 घंटे के अंदर सस्पेंड कर दिया जाएगा। यह निर्देश सीधे तौर पर पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को खत्म करने के उद्देश्य से दिए गए हैं।

एसएसपी ने की क्राइम मीटिंग, दिए सख्त दिशा-निर्देश

एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय सभागार में सभी थाना प्रभारियों और इंस्पेक्टरों को सख्त दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब किसी भी पुलिस अधिकारी को रिश्वत मांगने की छूट नहीं दी जाएगी। यदि किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा रिश्वत की मांग की जाती है, तो जनता तुरंत एसएसपी को फोन करके इसकी शिकायत कर सकती है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाएगी, और दोषी अधिकारी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

इतिहास में देखें तो यह कदम एसएसपी सिन्हा द्वारा पुलिस विभाग में सुधार के एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा सकता है। बिहार, उत्तर प्रदेश, और झारखंड जैसे राज्यों में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा रहा है, और अब एसएसपी का यह आदेश विभाग के भीतर विश्वास बहाली का संकेत देता है।

भूमि विवाद और पुलिस की भूमिका

एसएसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार के भूमि विवाद में थाना प्रभारियों की भूमिका पूरी तरह से पारदर्शी और ईमानदार होनी चाहिए। अगर कोई पुलिस अफसर अवैध भूमि कारोबार में लिप्त पाया जाता है, तो उसे तत्काल सस्पेंड कर दिया जाएगा। साथ ही, अवैध गतिविधियों में पुलिस अधिकारियों की भागीदारी को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए एसएसपी ने सख्त कदम उठाने की बात कही।

शिक्षण संस्थानों के आसपास सुरक्षा

एसएसपी ने शिक्षण संस्थानों के आसपास छेड़छाड़ और नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने का भी आदेश दिया। यह कदम छात्रों और युवाओं को सुरक्षित रखने के लिए उठाया गया है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में इस प्रकार की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

थानेदार बनने के लिए सिफारिश करने का चलन खत्म

इतना ही नहीं, एसएसपी ने यह भी कहा कि कुछ अधिकारी थानेदार बनने के लिए अलग-अलग तरीके से सिफारिश कर रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है। अब यह सब खत्म होगा। थानेदार बनने के लिए कोई भी जुगाड़ तकनीक या सिफारिश नहीं चलेगी। एसएसपी ने कहा कि थाना प्रभारियों को अपने काम पर ध्यान देना होगा, न कि किसी थानेदार की कुर्सी के लिए सिफारिशों का खेल।

अपराधियों पर कड़ी निगरानी

एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि वे जमानत पर रिहा हुए अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखें। यदि किसी अपराधी का नाम किसी गड़बड़ी या अपराध में आता है, तो उनके खिलाफ तुरंत जिला बदर की कार्रवाई की जाएगी।

एसएसपी के इन दिशा-निर्देशों से साफ जाहिर होता है कि पुलिस विभाग में अब बदलाव की बयार चलने वाली है। क्या यह कदम रांची में अपराध और भ्रष्टाचार को कम करने में कारगर साबित होंगे? यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल पुलिस विभाग में नए बदलाव की शुरुआत हो चुकी है।

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