Ranchi Crime News: शराब तस्करी का बड़ा खुलासा, रेलवे स्टेशन से दो तस्कर गिरफ्तार!
रांची रेलवे स्टेशन पर शराब तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ। आरपीएफ की ऑपरेशन सतर्क के तहत दो तस्कर गिरफ्तार, शराब की जब्ती हुई। जानिए कैसे हुआ ये ऑपरेशन!
रांची, एक शहर जहां पुलिस विभाग अपनी सक्रियता के लिए जाना जाता है, अब वहां का रेलवे स्टेशन भी अपराधियों के खिलाफ एक्शन में दिखाई दे रहा है। रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट और फ्लाइंग टीम द्वारा किए गए ऑपरेशन सतर्क में दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से 133 बोतल शराब बरामद की गई। यह घटना न केवल रांची में तस्करी पर पुलिस की कड़ी नजर को दिखाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि रेलवे स्टेशन अब तस्करों के लिए सुरक्षित ठिकाना नहीं रह गया।
ऑपरेशन सतर्क की सफलता
आरपीएफ कमांडेंट पवन कुमार के निर्देश पर रांची रेलवे स्टेशन पर शराब तस्करी को रोकने के लिए ऑपरेशन सतर्क चलाया जा रहा था। इस ऑपरेशन के दौरान, दो युवक, 30 वर्षीय अवधेश कुमार (अतरौली थाना, अलीगढ़, उत्तरप्रदेश) और 18 वर्षीय शनि तिग्गा (पोखरटोली, डोरंडा थाना, रांची), संदिग्ध अवस्था में तीन बैग के साथ एस्केलेटर के पास बैठे हुए थे। जब इनसे पूछताछ की गई, तो बैग की तलाशी में 133 बोतल शराब की बरामदगी हुई। इन शराब की बोतलों की अनुमानित कीमत करीब 43,000 रुपये बताई जा रही है।
इन दोनों तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वे रांची से शराब खरीदकर उसे बिहार ले जाने वाले थे। बिहार में इस शराब को ऊंचे दामों पर बेचने की योजना थी। रांची से बिहार तक शराब की तस्करी और उस पर की जाने वाली उच्चतम कीमतों की चर्चा पिछले कुछ वर्षों से लगातार बढ़ रही है, और यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
तस्करी के इतिहास पर एक नजर
भारत में शराब की तस्करी एक पुरानी समस्या रही है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां शराब की बिक्री पर प्रतिबंध या नियंत्रण होता है। रांची, झारखंड में तस्करी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, और पुलिस ने इसे रोकने के लिए कई बड़े ऑपरेशंस चलाए हैं। लेकिन इस ऑपरेशन की सफलता यह साबित करती है कि पुलिस अब तस्करी के नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए नए तरीके अपना रही है।
चिरौंदी से कीमती कैमरे की चोरी
रांची के चिरौंदी स्थित तारा मंडल विज्ञान केंद्र से एक कीमती कैमरा चोरी हो गया है। यह कैमरा खगोलीय घटनाओं को दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था, और इसका मूल्य लाखों में है। तारा मंडल के सेंटर प्रभारी विंदेश्वर कुमार ने इस चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। यह चोरी तब सामने आई जब तारा मंडल के उपकरणों की सर्विसिंग के दौरान कोलकाता की एक कंपनी के इंजीनियरों ने इसकी जानकारी दी। तारा मंडल का संचालन इसी कंपनी द्वारा किया जाता है, और इस चोरी ने वहां के कामकाजी माहौल को प्रभावित किया है।
पेट्रोलियम संकट का समाधान
वहीं, रांची पुलिस के लिए एक और राहत की खबर आई है। पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति में रुकावट आ गई थी, जिसके कारण थाना प्रभारी अपनी जेब से तेल भरवा रहे थे। हालांकि, अब 50 लाख रुपये का भुगतान करने के बाद स्थिति सामान्य हो गई है। झारखंड पुलिस के अधिकारियों ने पेट्रोल पंपों का बकाया चुकता कर दिया है, और बचे हुए बकाए का भुगतान भी शीघ्र किया जाएगा। यह समस्या रांची में पुलिस विभाग की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रही थी, लेकिन अब इसे सुलझा लिया गया है।
पुलिस की सक्रियता और भविष्य के कदम
रांची पुलिस की सक्रियता को देखकर यह कहा जा सकता है कि वे अब किसी भी प्रकार की तस्करी, अपराध या गैरकानूनी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। शराब तस्करी हो या कीमती वस्तुओं की चोरी, पुलिस अब और भी सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है। इसके अलावा, पेट्रोलियम आपूर्ति की समस्या का समाधान भी पुलिस की बेहतर कार्यप्रणाली को दर्शाता है।
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