Ranchi Tragedy: कोयला लदे ट्रक ने CUJ के दो छात्रों को रौंदा, सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल!
रांची में सड़क हादसे में CUJ के दो छात्रों की मौत, कोयला लदे ट्रक ने मुरगु नदी के पास कुचला। पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार किया, छात्र नाराज होकर सड़क पर उतरे। पढ़ें पूरी खबर।
रांची: झारखंड की राजधानी में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। मांडर थाना क्षेत्र के एनएच-75 पर मुरगु नदी के पास निर्माणाधीन पुल के डायवर्सन पर, कोयला लदे ट्रक ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (CUJ) के दो छात्रों को कुचल दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से नाराज छात्रों और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दी। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ हादसा?
बुधवार सुबह 9:00 बजे CUJ के पीएचडी स्कॉलर देवदास मंडल (26) और एमए छात्रा ऐश्वर्या बसक (23) ब्राम्बे स्थित हॉस्टल से यूनिवर्सिटी के मेन कैंपस जा रहे थे। वे अपनी बाइक पर सवार थे और मुरगु नदी पर निर्माणाधीन पुल के पास डायवर्सन से गुजर रहे थे, तभी पीछे से आ रहे कोयला लदे ट्रक (JH 01DF-2770) ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद दोनों सड़क पर गिर पड़े, और ट्रक ने उन्हें कुचल दिया।
क्या हेलमेट था?
इस हादसे के दौरान दोनों छात्रों ने हेलमेट पहना हुआ था, लेकिन ट्रक के भारी वजन के कारण वे बच नहीं सके। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क निर्माण और सुरक्षा उपायों की अनदेखी को उजागर किया है।
स्थानीय लोग आक्रोशित, सड़क जाम
घटना के बाद CUJ के छात्र और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और एनएच-75 को जाम कर दिया। वे दोषी ट्रक ड्राइवर और प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। शाम 6:30 बजे तक सड़क जाम जारी था और प्रदर्शनकारियों ने शवों को उठाने से इनकार कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रक जब्त कर लिया और ड्राइवर रकीब अंसारी (निवासी: पकरियो, चान्हो) को गिरफ्तार कर लिया। प्रशासन प्रदर्शनकारियों को शांत करने में जुटा हुआ था।
कौन थे देवदास और ऐश्वर्या?
देवदास मंडल: सुंदरवन, पश्चिम बंगाल के निवासी, CUJ में जियो-इन्फॉर्मेटिक्स में पीएचडी कर रहे थे। (एडमिशन: 9 जनवरी 2024)
ऐश्वर्या बसक: हावड़ा, पश्चिम बंगाल की रहने वाली थीं और CUJ में एमए की छात्रा थीं। (एडमिशन: जून 2024)
क्या हादसे के लिए जिम्मेदार हैं निर्माणाधीन सड़कें?
झारखंड में निर्माणाधीन सड़कों और पुलों के कारण सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अधूरे सड़क निर्माण कार्यों की वजह से डायवर्सन बनाए जाते हैं, लेकिन अक्सर वहां कोई सुरक्षा संकेतक नहीं होते, जिससे वाहन चालकों को गंभीर हादसों का सामना करना पड़ता है।
NH-75 पर हादसों का इतिहास
एनएच-75 पर पहले भी कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। मांडर और आसपास के इलाकों में सड़क निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण गड्ढे और संकरी सड़कें हादसों को न्योता देती हैं। प्रशासन ने इस सड़क को सुधारने के कई वादे किए, लेकिन हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
झारखंड एनएचएआई के क्षेत्रीय पदाधिकारी एनएल योतकर ने कहा कि दुर्घटना की जांच की जाएगी और रिपोर्ट तैयार की जाएगी। प्रशासन का दावा है कि मुरगु पुल का निर्माण जल्द पूरा होगा, लेकिन इस हादसे ने सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक अधूरी सड़कें लोगों की जान लेती रहेंगी?
क्या अब कुछ बदलेगा?
इस हादसे ने झारखंड में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या प्रशासन इस दर्दनाक घटना से कोई सीख लेगा, या फिर ऐसी घटनाएं भविष्य में भी जारी रहेंगी? अब देखने वाली बात होगी कि क्या इस बार कोई ठोस कदम उठाया जाता है या फिर यह हादसा भी एक आंकड़ा बनकर रह जाएगा।
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