Jharkhand Alert: अगले 4 दिन कहर ढाएगा मौसम, वज्रपात-ओले-आंधी से बढ़ेगी आफत!
झारखंड में अगले चार दिनों तक भारी मौसम का कहर जारी रहेगा। आंधी, वज्रपात और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जानें कौन-कौन से जिले हैं सबसे ज्यादा खतरे में और कब से राहत मिलेगी।

झारखंड के लोगों के लिए अगला हफ्ता मौसम के उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। एक तरफ वज्रपात, आंधी और ओलावृष्टि का खतरा, तो दूसरी ओर चिलचिलाती धूप का दौर दस्तक देने को तैयार है। मौसम विभाग ने 15 से 17 अप्रैल तक झारखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इस दौरान बिजली गिरने, आंधी चलने और ओले गिरने की आशंका व्यक्त की गई है, खासकर संताल और कोल्हान प्रमंडल के जिलों में।
इतिहास में भी देखा गया है ऐसा मौसम का दोहरा चेहरा
झारखंड में अप्रैल के महीने में इस तरह की दोहरी स्थिति पहले भी देखी जा चुकी है। वर्ष 2019 और 2022 में अप्रैल के पहले और दूसरे सप्ताह में आंधी और ओलावृष्टि ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया था। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गिरने की घटनाएं कई बार जानलेवा भी साबित हुई हैं। यही वजह है कि इस बार प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क है।
किस दिन कैसा रहेगा मौसम?
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15 और 16 अप्रैल: झारखंड के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। खासतौर पर संताल परगना और कोल्हान क्षेत्र में तेज आंधी और वज्रपात की घटनाएं हो सकती हैं।
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17 अप्रैल तक: बादल छाए रहेंगे और तापमान सामान्य से नीचे बना रहेगा। मौसम ठंडा महसूस होगा।
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18 अप्रैल के बाद: अचानक से मौसम करवट लेगा और गर्मी का दौर शुरू होगा। तेज धूप और बढ़ता तापमान लोगों को परेशान कर सकता है।
किन जिलों को रहना होगा सबसे ज्यादा सतर्क?
मौसम विभाग की मानें तो पलामू, गढ़वा, लोहरदगा, लातेहार, गुमला और चतरा को छोड़कर लगभग सभी जिले इस मौसमी बदलाव की चपेट में रहेंगे। विशेष रूप से रांची, जमशेदपुर, दुमका और साहिबगंज जैसे जिलों में भारी बारिश और तेज आंधी की संभावना सबसे अधिक है।
उड़ानों पर भी पड़ा असर
शनिवार को दिल्ली-रांची फ्लाइट रद्द कर दी गई और कई अन्य विमानों को भारी देरी का सामना करना पड़ा। यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा, जिससे असंतोष भी देखा गया। दिल्ली और पुणे से आने वाली उड़ानों में देरी की मुख्य वजह वहां का खराब मौसम बताया गया है, जिसका सीधा असर रांची और झारखंड के अन्य एयरपोर्ट्स पर पड़ा।
लोगों को बरतनी होगी सावधानी
झारखंड सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से खुले इलाकों में बिजली गिरने के समय न जाने, पेड़ों के नीचे शरण न लेने और मोबाइल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है। किसानों को भी चेताया गया है कि वे ओलावृष्टि से अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उपाय करें।
आने वाला हफ्ता देगा मौसम की असली परीक्षा
अगर आप कहीं यात्रा की योजना बना रहे हैं, या आपके पास कोई फ्लाइट है – तो मौसम अपडेट्स पर नज़र रखना जरूरी हो गया है। जो लोग सड़क मार्ग से सफर कर रहे हैं, उन्हें आंधी और गिरते पेड़ों से भी खतरा हो सकता है।
झारखंड का आने वाला हफ्ता सिर्फ तापमान ही नहीं, धैर्य की भी परीक्षा लेने वाला है। मौसम का मिज़ाज पल-पल बदल रहा है – कभी ठंडी फुहारों से राहत, तो कभी तेज़ धूप से तपिश। लेकिन सावधानी ही सुरक्षा है। अलर्ट को हल्के में न लें, क्योंकि प्रकृति कब क्या करवट ले ले, कोई नहीं जानता।
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