Nawada Murder: जिले में बढ़ रहा अपराध, पोखर में तैरता मिला युवक का शव!

नवादा में अपराध का खौफनाक सिलसिला जारी। पकरीबरावां में पोखर से मिला युवक का शव। पुलिस जांच में जुटी, हत्या की वजहों का इंतजार।

Dec 16, 2024 - 19:52
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Nawada Murder: जिले में बढ़ रहा अपराध, पोखर में तैरता मिला युवक का शव!
Nawada Murder: जिले में बढ़ रहा अपराध, पोखर में तैरता मिला युवक का शव!

16 दिसंबर 2024: नवादा जिले में अपराधियों का दुस्साहस लगातार बढ़ता जा रहा है। हत्या, लूट और चोरी जैसी घटनाएं अब आम होती जा रही हैं। पुलिस की निष्क्रियता और अपराधियों का बेखौफ होना इस समस्या को और गंभीर बना रहा है। ताजा मामला पकरीबरावां थाना क्षेत्र के बढ़ौना गांव का है, जहां पोखर के पानी में तैरता एक अज्ञात युवक का शव मिला है।

पोखर से मिला शव, गांव में फैली सनसनी

पकरीबरावां थाना क्षेत्र के कोनन्दपुर पंचायत के बढ़ौना गांव में एक पोखर में युवक का शव तैरता देख ग्रामीणों के बीच अफरातफरी मच गई। शव की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसे बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

पुलिस ने बताया कि शव की पहचान नहीं हो पाई है। शुरुआती जांच में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्या कहीं और की गई होगी और सबूत छिपाने के लिए शव को पोखर में फेंका गया होगा।

दो दिन में दूसरी बरामदगी, बढ़ी चिंता

इस घटना से ठीक दो दिन पहले पकरीबरावां क्षेत्र में ही एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था। उस मामले की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि अब युवक का शव मिलना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।

ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए हैं कि जिले में बढ़ते अपराधों को रोकने में वह पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद खुलेगा राज

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है ताकि हत्या के सही कारणों का पता लगाया जा सके। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।

पकरीबरावां थाना प्रभारी ने कहा, "हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि हत्या क्यों और कैसे हुई। पहचान के लिए आसपास के थानों और जिलों में सूचना भेजी जा रही है।"

नवादा का आपराधिक इतिहास

नवादा जिला बिहार के उन क्षेत्रों में से एक है जहां आपराधिक गतिविधियां लंबे समय से बड़ी समस्या रही हैं। 90 के दशक में यह क्षेत्र उग्रवाद और आपराधिक गिरोहों के लिए कुख्यात था। पुलिस और प्रशासन की कई कोशिशों के बावजूद इस इलाके में अपराधों पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पाया है।

इतिहास में यह भी देखा गया है कि नवादा में पानी के स्रोत जैसे पोखर और कुएं अक्सर शव ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह क्षेत्र अपराधियों के लिए सुरक्षित अड्डा बनता जा रहा है।

ग्रामीणों में बढ़ रहा डर

पकरीबरावां और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही हत्याओं ने ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। बढ़ौना गांव के एक निवासी ने बताया, "पहले महिला का शव मिला और अब यह युवक का शव। हमें डर है कि अपराधियों का अगला निशाना कौन होगा। पुलिस को जल्द ही इन मामलों का खुलासा करना चाहिए।"

पुलिस पर उठ रहे सवाल

इस मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस अपराध रोकने के बजाय केवल मामलों की जांच का आश्वासन देती है। लेकिन अपराधियों को पकड़ने और सजा दिलाने में वह अक्सर नाकाम रहती है।

क्या नवादा में लौट आएंगे कानून के दिन?

नवादा जिले में हाल के वर्षों में अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है। हत्या और लूट जैसे संगीन अपराधों के मामलों ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पुलिस और प्रशासन अपराधियों पर नकेल कस पाएंगे?

यह समय है जब पुलिस को अपनी रणनीति बदलकर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच से इस मामले का खुलासा होगा, लेकिन तब तक यह घटना नवादा के बढ़ते अपराध के भयावह सच को उजागर करती रहेगी।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।