Nawada Arrests: '20 मिनट' वाले कॉल से खुला साइबर अपराध का जाल, डीएसपी की चतुराई से 9 गिरफ्तार

नवादा में साइबर डीएसपी को ठगने की कोशिश करने वाले 9 अपराधी गिरफ्तार। 20 मिनट में 5 लाख का झांसा देकर ठगी की साजिश रचने वाले गिरोह का पर्दाफाश।

Dec 9, 2024 - 14:38
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Nawada Arrests: '20 मिनट' वाले कॉल से खुला साइबर अपराध का जाल, डीएसपी की चतुराई से 9 गिरफ्तार
Nawada Arrests: '20 मिनट' वाले कॉल से खुला साइबर अपराध का जाल, डीएसपी की चतुराई से 9 गिरफ्तार

नवादा, 9 दिसंबर 2024: नवादा जिले में साइबर अपराध का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने अपनी हरकतों में एक ऐसी गलती की, जिसने उनकी पोल खोल दी। इस बार उन्होंने किसी आम नागरिक को नहीं, बल्कि खुद साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति को निशाना बनाने की कोशिश की।

20 मिनट में 5 लाख का प्रलोभन

डीएसपी प्रिया ज्योति के पास एक फोन आया, जिसमें उन्हें 20 मिनट में 5 लाख रुपये का लोन दिलाने का झांसा दिया गया। लेकिन अपराधी शायद यह नहीं जानते थे कि वे एक प्रशिक्षित और सजग अधिकारी से बात कर रहे हैं। डीएसपी ने न केवल उनकी चालाकी को पहचाना, बल्कि तुरंत कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम का गठन किया।

ताबड़तोड़ छापेमारी, 9 गिरफ्तार

डीएसपी की सतर्कता और टीम की तेज़ कार्रवाई के कारण वारिसलीगंज प्रखंड के चकवाय और कौवाकोल प्रखंड के भवानी बीघा गांव में छापेमारी की गई। पुलिस ने इस दौरान कुल 9 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। ये अपराधी लोगों को लोन का झांसा देकर ठगते थे।

गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:

  1. प्रमोद कुमार (चकवाय)
  2. ज्योतिस कुमार
  3. अमित कुमार
  4. रेणु देवी
  5. सुधांशु कुमार
  6. पारस कुमार
  7. धीरज कुमार
  8. पुष्पंजय कुमार
  9. सौरभ कुमार

बरामदगी का ब्योरा

पुलिस ने अपराधियों के पास से भारी मात्रा में सामान जब्त किया है, जिसमें शामिल हैं:

  • 19 मोबाइल फोन
  • 1 कार
  • 2 बाइक
  • आधार कार्ड, पासबुक, पैन कार्ड, वोटर आईडी
  • कई सिम कार्ड

साइबर अपराध की नई चालाकियां

पूछताछ में पता चला कि ये अपराधी लोन दिलाने के बहाने लोगों को फंसाते थे। वे लोगों को आसान और तेज़ लोन के प्रलोभन देकर उनकी व्यक्तिगत जानकारी और पैसे ठग लेते थे।

इतिहास में साइबर अपराध का बढ़ता खतरा

भारत में साइबर अपराध का खतरा 2000 के दशक के बाद से बढ़ा है। इंटरनेट के उपयोग में वृद्धि के साथ ही अपराधियों ने भी नए-नए तरीके अपनाए। 2010 के बाद, जैसे-जैसे डिजिटल लेन-देन का चलन बढ़ा, साइबर ठगी के मामलों में तेजी आई।

नवादा जैसे इलाकों में भी यह समस्या गंभीर हो गई है। यहां के अपराधी आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए लोगों को शिकार बना रहे हैं।

डीएसपी की सतर्कता ने बचाई स्थिति

डीएसपी प्रिया ज्योति ने बताया कि जैसे ही उन्हें कॉल आया, उन्होंने समझ लिया कि यह ठगी का मामला है। उनकी त्वरित कार्रवाई ने यह सुनिश्चित किया कि अपराधी बच न सकें। छापेमारी के दौरान, कुछ अपराधियों ने भागने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया।

साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता जरूरी

पुलिस का मानना है कि साइबर अपराध से बचने का सबसे बड़ा उपाय जागरूकता है।

  • किसी अनजान कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें।
  • आसान लोन या ऑफर्स के झांसे में न आएं।
  • संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गतिविधियों की गहन जांच जारी है। माना जा रहा है कि इस गिरोह के और भी सदस्य हो सकते हैं।

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