Nawada Instructions: केन्द्राधीक्षकों की बैठक में परीक्षा के सख्त नियम लागू
"BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के लिए नवादा प्रशासन ने परीक्षा को निष्पक्ष और कदाचारमुक्त बनाने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए। जानें बैठक में हुए अहम फैसले और परीक्षार्थियों के लिए जरूरी निर्देश।"
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा को स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित करने के लिए नवादा प्रशासन ने कमर कस ली है। नगर भवन, नवादा में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सभी केन्द्राधीक्षकों को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक का उद्देश्य और निर्देश
बैठक की अध्यक्षता अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी-सह-सहायक परीक्षा संयोजक संजय कुमार ने की। उन्होंने केन्द्राधीक्षकों को बताया कि परीक्षा के दौरान हर 24 परीक्षार्थियों पर दो वीक्षक की तैनाती अनिवार्य होगी। अतिरिक्त परीक्षार्थियों के लिए अनुपातिक रूप से अतिरिक्त वीक्षक की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि वीक्षकों का आवंटन रैंडम तरीके से किया जाए।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से वीक्षकों की तैनाती परीक्षा से तीन दिन पहले पूरी कर ली जाएगी। परीक्षा संचालन के दौरान पारदर्शिता बनाए रखने के लिए परिवार से जुड़े या कोचिंग संस्थानों में संलग्न कर्मियों को परीक्षा प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा।
दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था
दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए श्रुतिलेखक की सुविधा उपलब्ध होगी। यह श्रुतिलेखक परीक्षा के स्तर से एक स्तर नीचे का होगा। इसके लिए 500 रुपये प्रति पाली का भुगतान किया जाएगा।
बैठने की योजना और सुरक्षा व्यवस्था
बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि एक बेंच पर दो से अधिक परीक्षार्थी नहीं बैठेंगे। परीक्षा हॉल में समानांतर बेंचों के बीच कम से कम तीन फीट की दूरी रखी जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी केन्द्राधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि आयोग द्वारा दिए गए उपस्थिति पत्रक के अनुसार बैठने की व्यवस्था की जाए।
सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। वीक्षकों और अन्य स्टाफ को निर्देश दिया गया कि वे परीक्षा के दौरान अपने कार्यों में पूरी तरह से तटस्थ और पारदर्शी रहें।
पिछली परीक्षाओं की कदाचार घटनाएं और प्रशासन की सख्ती
पिछले कुछ वर्षों में बीपीएससी परीक्षाओं के दौरान कदाचार की घटनाएं सामने आई थीं। इन्हें रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। परीक्षा से जुड़े हर पहलू पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी और वीडियोग्राफी का प्रबंध किया गया है।
विशेष परिस्थितियों में समाधान के निर्देश
यदि किसी परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र पर फोटो या हस्ताक्षर स्पष्ट न हो, तो केन्द्राधीक्षक संबंधित दस्तावेजों की जांच के बाद परीक्षा में बैठने की अनुमति दे सकते हैं। अगर किसी परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र खो गया हो, लेकिन उपस्थिति पत्रक में उसका नाम हो, तो लिखित आवेदन के आधार पर उसे परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
11,964 परीक्षार्थियों के लिए व्यापक प्रबंधन
इस परीक्षा में 11,964 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक एकल पाली में आयोजित की जाएगी। इस मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार चौधरी ने बताया कि परीक्षा प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
बैठक में अन्य उपस्थितियां
बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) मोहम्मद मोकीमउद्दीन, प्रभारी गोपनीय शाखा राजीव कुमार, और प्रभारी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अमरनाथ कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
What's Your Reaction?