Nawada Awareness: लिंग हिंसा के खिलाफ छात्रों और अधिकारियों की प्रभात फेरी, बाल विवाह पर दी चेतावनी
नवादा में बाल संरक्षण इकाई और सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तहत निकाली गई प्रभात फेरी। लिंग हिंसा, बाल विवाह, और दहेज प्रथा के खिलाफ छात्राओं और अधिकारियों ने दिया प्रेरणादायक संदेश।
नवादा, 9 दिसंबर 2024: महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा रोकने के उद्देश्य से नवादा में बाल संरक्षण इकाई और जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तत्वावधान में जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने के लिए एक प्रभात फेरी निकाली गई।
प्रभात फेरी का आयोजन और संदेश
प्रभात फेरी की शुरुआत समाहरणालय से हुई और यह भगत सिंह चौक, विजय बाजार होते हुए प्रजातंत्र चौक पर समाप्त हुई। इस दौरान अधिकारियों और विद्यालय की छात्राओं ने समाज में व्याप्त लिंग हिंसा, बाल विवाह, और दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए नारे लगाए। प्रभात फेरी के समापन के बाद, सभी प्रतिभागियों को बाल विवाह और दहेज प्रथा पर आधारित वीडियो दिखाए गए।
महिला हिंसा उन्मूलन अभियान: इतिहास और उद्देश्य
डॉ. राज कुमार सिन्हा, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक मनाया जाता है। इस अभियान का उद्देश्य लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करना और महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देना है।
नई चेतना 3.0 पहल: बदलाव की ओर
डॉ. सिन्हा ने बताया कि नई चेतना 3.0 पहल के तहत नवादा जिले में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पिछले महीने जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को पॉक्सो अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
छात्राओं को संबोधित कर दिया प्रेरणादायक संदेश
डॉ. सिन्हा ने छात्राओं से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न को सहन न करें और समय पर इसकी शिकायत दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि छात्राओं को अपनी पढ़ाई पूरी कर आत्मनिर्भर बनने के बाद ही विवाह के बारे में सोचना चाहिए। शिकायतों के लिए 112, 181, और बच्चों की सहायता के लिए 1098 हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध हैं।
बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ कानूनी जानकारी
सहायक निदेशक अमरनाथ कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत विद्यालय, रेलवे स्टेशन, गांव, और अन्य स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। छात्राओं को बाल विवाह के कारण होने वाली हिंसा और अन्य समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रमुख अधिकारी और प्रतिभागी
इस कार्यक्रम में बाल संरक्षण अधिकारी मुकेश कुमार, शिक्षा विभाग के अधिकारी, बाल कल्याण समिति के सदस्य रोहित कुमार, सालीया उद्दीन, और सुधा रानी के अलावा कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। तटवासी समाज न्यास की प्रतिनिधि कल्याणी कुमारी और चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मी भी इस अभियान का हिस्सा बने।
समाज में बदलाव की नई पहल
इस अभियान का उद्देश्य न केवल समाज में जागरूकता लाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि महिलाएं और बच्चे किसी भी प्रकार की हिंसा से मुक्त हों। इस तरह की पहलें झारखंड और बिहार जैसे राज्यों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को कम करने में सहायक हो सकती हैं।
What's Your Reaction?