Nawada Arrest: उग्रवाद क्षेत्र में बाइक चोर गिरोह का खुलासा, 4 चोरी की बाइक के साथ 3 गिरफ्तार
नवादा में बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश। पुलिस ने चार चोरी की बाइक और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जानें, कैसे शराब तस्करी में होता था चोरी की बाइकों का इस्तेमाल।
नवादा, 9 दिसंबर 2024: नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित इलाके में थाली थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर बाइक चोरों के एक सिंडिकेट का पर्दाफाश किया गया। पुलिस ने मौके से चार चोरी की बाइक और गिरोह से जुड़े तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से इलाके में लंबे समय से सक्रिय बाइक चोरी के नेटवर्क को लेकर सनसनी फैल गई है।
बाइक चोर गिरोह का नेटवर्क और रणनीति
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह इलाके में मोटरसाइकिल चोरी कर शराब के अवैध धंधे से जुड़े लोगों को औने-पौने दाम में बेचता था। इन बाइकों का इस्तेमाल शराब की तस्करी के लिए किया जाता था। गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम और ठिकाने की पहचान की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी पहचान
पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें तीनों नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के लोहसिंघना गांव के निवासी हैं:
- सुधीर यादव (पिता: सुरेंद्र यादव)
- सिंटू यादव (पिता: चरित्र यादव)
- लवकुश कुमार (नाबालिग, पिता: रामस्वरूप राजवंशी)
कैसे काम करता है गिरोह?
यह गिरोह एक संगठित सिंडिकेट की तरह काम करता था। जिले के अलग-अलग इलाकों से बाइक चोरी की जाती थी। चुराई गई बाइक को शराब के धंधेबाजों को बेचा जाता था, जो इनका इस्तेमाल शराब की खेप एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में करते थे। गिरोह की योजना इतनी मजबूत थी कि चोरी की बाइकों को पहचान पाना मुश्किल हो जाता था।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की रणनीति
थाली थाना पुलिस ने विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर इस सफलता को अंजाम दिया। गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है, और उनकी गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
बाइक चोरी की बढ़ती घटनाएं: ऐतिहासिक संदर्भ
बिहार के नवादा और आसपास के इलाकों में बाइक चोरी की घटनाएं लंबे समय से आम हैं। पुलिस की अब तक की कार्रवाई में यह पहली बार नहीं है कि ऐसा गिरोह पकड़ा गया हो। बाइक चोरी का अपराध और शराब तस्करी का गठजोड़ राज्य के कई हिस्सों में देखने को मिलता है। पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जहां चुराई गई बाइकों का उपयोग अपराधियों ने अवैध गतिविधियों में किया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
गिरोह के पकड़े जाने के बाद इलाके में राहत महसूस की जा रही है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और उम्मीद जताई कि इस तरह के अपराधों पर जल्द ही पूरी तरह रोक लगाई जाएगी।
आगे क्या?
पुलिस का कहना है कि बाइक चोरी और शराब तस्करी के इस गठजोड़ को पूरी तरह खत्म करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही, आम जनता को भी जागरूक करने की योजना है, ताकि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी पुलिस को दे सकें।
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