Nawada Dead Body News: Nawada में मिली अज्ञात वृद्ध महिला की लाश, ठंड से मौत की आशंका, जांच में जुटी पुलिस
Nawada के पकरीबरावां थाना क्षेत्र में मठ के पास अज्ञात वृद्ध महिला का शव मिला। पुलिस जांच में जुटी। मौत की वजह ठंड मानी जा रही। जानें पूरी खबर।
नवादा, बिहार – नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के छतरबार त्रिलोकी बिगहा मठ के पास एक अज्ञात वृद्ध महिला का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया।
मठ के पास क्यों और कैसे मिली लाश?
यह घटना तब सामने आई जब स्थानीय लोगों ने मठ के पास वृद्ध महिला का शव देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पकरीबरावां पुलिस ने एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम के साथ मिलकर मौके की जांच शुरू की। महिला की पहचान अब तक नहीं हो सकी है।
ठंड बनी मौत का कारण?
पुलिस और स्थानीय लोगों की मानें तो महिला की मौत का कारण ठंड लगना माना जा रहा है। हालांकि, सही कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब ठंड ने नवादा और आसपास के क्षेत्रों में अपना कहर बरपा रखा है। प्रशासन की लापरवाही और सड़क पर रह रहे बेघर लोगों की दुर्दशा को यह घटना उजागर करती है।
महिला की पहचान नहीं, शव शीतगृह में सुरक्षित
महिला की पहचान न हो पाने के कारण शव को नवादा सदर अस्पताल के शीतगृह में सुरक्षित रखा गया है। पुलिस ने आसपास के इलाकों में जानकारी जुटाने का प्रयास शुरू कर दिया है।
ठंड से मौतें: बिहार की पुरानी समस्या
बिहार में सर्दियों के दौरान सड़क किनारे और बेघर लोगों की मौतें कोई नई बात नहीं हैं। हर साल राज्य के विभिन्न हिस्सों से ठंड के कारण मौत की खबरें आती रहती हैं।
- 2018 की घटना: पटना में एक सप्ताह के भीतर ठंड से 15 लोगों की जान गई थी।
- 2021 का आंकड़ा: नवादा और गया में सर्दियों के मौसम में 30 से अधिक बेघर लोगों की मौत दर्ज की गई थी।
- सरकारी उपायों की कमी: सरकार द्वारा संचालित रैन बसेरों की कमी और गरीबों के लिए अपर्याप्त सुविधाएं ऐसी घटनाओं को रोकने में नाकाम रही हैं।
पुलिस और प्रशासन का बयान
पकरीबरावां पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों की मदद से सूचना मिलते ही कार्रवाई की गई।
- एफएसएल टीम: घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट: महिला की मौत का सही कारण जानने के लिए रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
- आगे की कार्रवाई: शव की पहचान के लिए आसपास के थानों और गांवों में सूचना भेजी गई है।
सामाजिक जागरूकता की जरूरत
यह घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए चेतावनी है।
- बेघरों के लिए रैन बसेरों का निर्माण: सर्दियों में सड़क किनारे रहने वालों को सुरक्षित आश्रय देना अनिवार्य है।
- सामाजिक संगठन आगे आएं: ठंड से बचाव के लिए गरीबों को कंबल, गर्म कपड़े और भोजन उपलब्ध कराया जाए।
- स्थानीय प्रशासन की सक्रियता: ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और बचाव के लिए कदम उठाए जाएं।
इलाके में फैली सनसनी
त्रिलोकी बिगहा मठ जैसे शांत स्थान पर महिला का शव मिलना लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
- स्थानीय प्रतिक्रिया: लोगों का कहना है कि महिला को ठंड से बचाने के लिए पहले ही कदम उठाए जाने चाहिए थे।
- पुलिस पर सवाल: क्या पुलिस और प्रशासन ठंड के दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त कर रही है?
नवादा जिले की यह घटना समाज और प्रशासन के लिए एक सबक है। सर्दियों के दौरान ठंड से मौतें बिहार जैसे राज्य में आम हो गई हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को न केवल तत्काल कदम उठाने की जरूरत है, बल्कि दीर्घकालिक समाधान पर भी विचार करना चाहिए।
क्या नवादा प्रशासन इस घटना से सबक लेकर बेघरों और जरूरतमंदों के लिए ठोस व्यवस्था करेगा? यह एक बड़ा सवाल है, जिसका जवाब आने वाले समय में मिलेगा।
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