Ranchi Hungama: महाकुंभ के लिए ट्रेन का बवाल, स्टेशन पर अफरा-तफरी, महिलाएं बेहोश!

महाकुंभ 2025 को लेकर रांची रेलवे स्टेशन पर जबरदस्त भीड़, पांच महिलाएं बेहोश, 60 यात्रियों की ट्रेन छूटी, ट्रेनों में बवाल! पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

Feb 17, 2025 - 10:09
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Ranchi Hungama: महाकुंभ के लिए ट्रेन का बवाल, स्टेशन पर अफरा-तफरी, महिलाएं बेहोश!
Ranchi Hungama: महाकुंभ के लिए ट्रेन का बवाल, स्टेशन पर अफरा-तफरी, महिलाएं बेहोश!

महाकुंभ 2025 को लेकर देशभर से श्रद्धालु प्रयागराज की ओर उमड़ रहे हैं। इसी बीच रांची रेलवे स्टेशन पर रविवार को भीड़ का जबरदस्त नजारा देखने को मिला, जहां यात्रियों की भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई। हालात इतने बिगड़ गए कि पांच महिला यात्री बेहोश हो गईं और 60 से अधिक यात्रियों की ट्रेन छूट गई।

ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं!

रांची से उत्तर प्रदेश जाने वाली ट्रेनों में भयंकर भीड़ देखी जा रही है। हटिया, रांची समेत अन्य रेलवे स्टेशनों पर हालात यह हैं कि प्लेटफॉर्म पर खड़े होने तक की जगह नहीं बची। यूपी जाने वाली ट्रेनें लगातार देरी से चल रही हैं, जिससे रांची रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं।

यात्रियों की संख्या इतनी अधिक है कि आरक्षित बोगियों में भी अनारक्षित यात्री घुस रहे हैं। हालत यह है कि लोग शौचालय तक में सफर करने को मजबूर हो गए हैं।

झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस बनी जंग का मैदान

रविवार को हटिया से रांची पहुंची झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस (12817) में यात्रियों की भीड़ का नजारा देखने लायक था। यह ट्रेन पहले से ही यात्रियों से खचाखच भरी हुई थी, लेकिन जब यह रांची स्टेशन पहुंची, तो अंदर सवार यात्रियों ने बोगी का दरवाजा ही नहीं खोला। बाहर खड़े यात्री दरवाजा खोलने की गुहार लगाते रहे, लेकिन अंदर बैठे यात्रियों ने कोई सुनवाई नहीं की। इससे स्टेशन पर जबरदस्त अफरा-तफरी मच गई।

आरपीएफ भीड़ के सामने बेबस!

स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ जवानों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि वे भी अंदर नहीं घुस पाए। इधर, दिल्ली से रांची आए 18 लोगों का एक दल ट्रेन में सवार नहीं हो सका, जिसमें शामिल पांच महिलाएं बेहोश हो गईं। अन्य यात्रियों ने उनके चेहरे पर पानी छिड़ककर होश में लाने की कोशिश की।

बढ़ता जनसैलाब, रेलवे प्रशासन बेबस!

घटना के बाद 60 से अधिक यात्रियों ने स्टेशन मास्टर के कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने राजधानी एक्सप्रेस में यात्रा की अनुमति या अतिरिक्त बोगी जोड़ने की मांग की, लेकिन स्टेशन मास्टर ने इस पर असमर्थता जताई।

यात्री प्रदीप कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा, "हमारा पूरा 18 लोगों का दल था, लेकिन बोगी के दरवाजे बंद होने की वजह से ट्रेन में नहीं चढ़ सके। आरपीएफ ने भी कोई मदद नहीं की।" वहीं, खुशबू नाम की यात्री ने बताया कि अत्यधिक भीड़ के कारण वह किसी तरह ट्रेन में घुसी, लेकिन घुटन की वजह से तबीयत बिगड़ गई।

महाकुंभ के इतिहास में पहले भी हो चुका है ऐसा!

महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जिसमें लाखों-करोड़ों लोग हिस्सा लेते हैं। पहले भी 2013 और 2001 के महाकुंभ में रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ के कारण कई यात्री ट्रेनों में चढ़ने से वंचित रह गए थे। 1954 के कुंभ में भगदड़ के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। इस बार भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे को अतिरिक्त ट्रेनें और सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने होंगे।

डीआरएम ने कही ये बात

रांची रेल मंडल के डीआरएम जसमीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि महाकुंभ की वजह से ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ है। उन्होंने यात्रियों की सुविधा के लिए 19 फरवरी को कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाने की अनुमति मांगी है। साथ ही, स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरपीएफ कमांडेंट को निर्देश दिए गए हैं।

अब क्या करें यात्री?

  • टिकट बुकिंग के बाद अपनी ट्रेन की लाइव अपडेट्स देखते रहें।
  • स्टेशन पर ज्यादा भीड़ होने पर पहले ही यात्रा की योजना बना लें।
  • आरक्षित टिकट होने के बावजूद भीड़ के कारण देरी से पहुंचने पर ट्रेन छूट सकती है, इसलिए पहले पहुंचें।
  • रेलवे के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर किसी भी समस्या की जानकारी लें।

महाकुंभ की वजह से रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ उमड़ रही है और ट्रेनों में अफरा-तफरी का माहौल है। ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा की प्लानिंग सोच-समझकर करनी होगी। साथ ही, रेलवे प्रशासन को भी अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि श्रद्धालु अपनी धार्मिक यात्रा को बिना किसी परेशानी के पूरा कर सकें।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।