Dhanbad Accident: बेकाबू ट्रक ने रौंदा मां-बेटी, चीखों से दहला इलाका!
धनबाद के श्रमिक चौक पर बेकाबू ट्रक ने मां-बेटी को कुचल दिया। मां की मौके पर मौत, बेटी ने अस्पताल में दम तोड़ा। पुलिस ने ट्रक जब्त कर ड्राइवर को गिरफ्तार किया।

धनबाद: रविवार सुबह धनबाद के श्रमिक चौक पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई। बेकाबू ट्रक ने मां-बेटी को कुचल दिया, जिससे मौके पर ही मां की मौत हो गई, जबकि मासूम बेटी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
कैसे हुआ हादसा?
सिंदरी की रहने वाली हेमा देवी (40 वर्ष) अपनी बड़ी बेटी जूही (10 वर्ष) और छोटी बेटी आरोही (6 वर्ष) के साथ ऑटो से श्रमिक चौक पहुंची थीं। तीनों रेलवे स्टेशन जाने के लिए सड़क पार कर रही थीं, तभी तेज रफ्तार ट्रक (NL 01 AG 5644) पूजा टॉकीज की ओर से आया और उन्हें कुचलता हुआ फरार हो गया।
मां ने बेटी को धकेलकर बचाया, खुद कुर्बान हो गई
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, हेमा देवी ने अपनी बड़ी बेटी जूही को तेजी से धक्का देकर दूर कर दिया, जिससे उसकी जान बच गई। लेकिन खुद और छोटी बेटी आरोही को नहीं बचा सकीं। हादसे के बाद वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और घायलों को अस्पताल भेजा गया, जहां आरोही ने भी दम तोड़ दिया।
चीखों से गूंज उठा श्रमिक चौक, पुलिस ने संभाला मोर्चा
मां-बेटी की मौत के बाद लोगों में गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय लोगों ने श्रमिक चौक पर जाम लगा दिया और ट्रक चालक की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
बैंक मोड़ में ट्रक जब्त, ड्राइवर गिरफ्तार
पुलिस ने वायरलेस मैसेज के जरिए सभी थानों को सतर्क कर दिया। कुछ ही देर में बैंक मोड़ पुलिस ने ट्रक को डीएवी स्कूल, पुराना बाजार के पास पकड़ लिया और ड्राइवर को हिरासत में ले लिया।
हादसे के बाद अनाथ हुए दो बच्चे
मृतका हेमा देवी के पति वासुदेव सिंह की मौत पहले ही 2021 में हो चुकी थी। वह दैनिक मजदूरी कर अपने तीन बच्चों का पालन-पोषण कर रही थीं। अब यह हादसा उनके बेटे रघुवीर (18) और बेटी जूही (10) को अनाथ कर गया।
सिंदरी विधायक पहुंचे अस्पताल, जताया शोक
घटना की जानकारी मिलते ही सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो उर्फ बबलू महतो अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की।
धनबाद में सड़क हादसों का काला इतिहास
धनबाद में सड़क दुर्घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। इससे पहले भी बेकाबू ट्रकों ने कई लोगों की जान ली है। 2023 में बैंक मोड़ के पास हुए हादसे में एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी। प्रशासन हर बार कार्रवाई का दावा करता है, लेकिन हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे।
आखिर कब थमेगा मौत का सिलसिला?
धनबाद में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और बेकाबू ट्रकों का कहर आम लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है। सवाल यह है कि आखिर प्रशासन कब तक इन घटनाओं पर मूकदर्शक बना रहेगा?
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