Galudih Procurement: महुलिया लैंपस में धान उठाव शुरू, किसानों को मिली राहत
गालूडीह के महुलिया लैंपस में धान उठाव शुरू होने से किसानों को राहत मिली। लंबे इंतजार के बाद धालभूमगढ़ के गणेश राइस मिल ने 1693 क्विंटल धान उठाया, जिससे किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई।
गालूडीह, 5 फरवरी 2025 – गालूडीह के महुलिया लैंपस में धान खरीद की प्रक्रिया आखिरकार फिर से शुरू हो गई है, जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है। लंबे समय से धान उठाव में देरी के कारण क्षेत्र के किसान परेशान थे और उन्हें मजबूरी में खुले बाजार में कम कीमतों पर धान बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था। लेकिन बुधवार को गणेश राइस मिल धालभूमगढ़ द्वारा 1693 क्विंटल धान उठाए जाने के बाद स्थिति में सुधार हुआ है।
धान खरीद बंद होने से किसानों की बढ़ी थी चिंता
महुलिया लैंपस में 56 किसानों से कुल 3422 क्विंटल धान की खरीदारी की गई थी, लेकिन धान का उठाव नहीं होने से किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। सरकारी केंद्रों से उठाव नहीं होने के कारण कई किसान औने-पौने दामों में खुले बाजार में धान बेचने पर मजबूर हो गए थे।
लैंपस केंद्र में धान भंडारण की समस्या भी एक बड़ी चुनौती बन गई थी, जिससे किसानों को लगने लगा था कि कहीं उनका मेहनत से उगाया गया धान बर्बाद न हो जाए।
धान उठाव शुरू होने से किसानों में खुशी
लंबे इंतजार के बाद बुधवार को गणेश राइस मिल धालभूमगढ़ द्वारा 1693 क्विंटल धान का उठाव किया गया, जिससे किसानों को राहत मिली। लैंपस कर्मचारी ने बताया कि अब धान खरीदी दोबारा शुरू कर दी गई है, जिससे किसानों को अब उचित कीमत पर अपना धान बेचने का मौका मिलेगा।
धान उठाव की प्रक्रिया शुरू होते ही किसानों के चेहरे पर खुशी नजर आई। क्षेत्र के कई किसान जिन्होंने पहले मजबूरी में कम दामों में धान बेच दिया था, अब सरकार की ओर से उचित समर्थन मूल्य मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।
धान खरीदी केंद्रों पर सरकार का ध्यान जरूरी
गौरतलब है कि धान अधिप्राप्ति केंद्रों पर उठाव में देरी किसानों के लिए हर साल एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। अगर सरकार समय पर धान का उठाव सुनिश्चित करे तो किसानों को बाजार में सस्ते दामों पर अपना धान बेचने की मजबूरी से बचाया जा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि
- सरकारी खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने की जरूरत है।
- धान उठाव के लिए बेहतर लॉजिस्टिक्स और समन्वय की आवश्यकता है।
- किसानों को जागरूक किया जाए कि वे बिना किसी देरी के लैंपस केंद्रों पर धान बेचें।
महुलिया लैंपस में धान उठाव दोबारा शुरू होना किसानों के लिए एक बड़ी राहत है। हालांकि, इस समस्या को पूरी तरह हल करने के लिए प्रशासन को अधिक सक्रिय भूमिका निभानी होगी ताकि किसान समय पर उचित दामों पर अपना अनाज बेच सकें। फिलहाल, धान उठाव की प्रक्रिया फिर से शुरू होने से किसानों को काफी उम्मीदें हैं, और वे चाहते हैं कि यह प्रक्रिया निर्बाध रूप से चलती रहे।
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