Kudu: बिरसा प्रधानमंत्री फसल योजना पर साइबर ठगों का हमला, रहें सतर्क!
कुडू में साइबर अपराधी बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर फर्जी कॉल कर रहे हैं। लाभार्थियों के विवरण निकाल कर ठगी की जा रही है। जानें कैसे करें सावधानी।
साइबर अपराधियों ने अपनी धोखाधड़ी की गतिविधियों को एक नया मोड़ दे दिया है। इस बार, उन्होंने बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर फर्जी कॉल करने का तरीका अपनाया है। कुडू की सीओ मधुश्री मिश्रा ने इस मामले को लेकर चेतावनी जारी की है, जिससे लोगों को सावधानी बरतने के लिए प्रेरित किया जा सके।
क्या हो रहा है?
साइबर ठगों ने किसानों को निशाना बनाकर योजना के नाम पर कॉल करने की चाल चलनी शुरू कर दी है। वे लाभार्थियों के निजी विवरण मांग रहे हैं और उनके डेटा की चोरी कर धोखाधड़ी करने का प्रयास कर रहे हैं। कुडू की सीओ ने बताया कि फोन कॉल के लिए मोबाइल नंबर 9038197598 और 7645924236 का उपयोग किया जा रहा है। यह कॉल आमतौर पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का हवाला देते हुए की जाती है।
साइबर अपराधियों की नई तकनीक
साइबर अपराधी समय-समय पर अपनी ठगी की रणनीति को अपडेट करते रहते हैं। खासकर सरकारी योजनाओं का नाम लेकर वे लोगों के विश्वास को जीतने का प्रयास करते हैं। बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक ऐसी योजना है, जिससे किसानों को अपनी फसल की सुरक्षा मिलती है। इसलिए, इस योजना के नाम पर ठगी करने वालों को अधिक सफलता मिलती है।
मधुश्री मिश्रा की अपील
सीओ मधुश्री मिश्रा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि एंटी टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (एनटीएसयू) ऑफ पीएमएफबीवाई के अनुसार, योजना के तहत किसी भी प्रकार की डेटा मांग उनकी ओर से नहीं की जाती है। उन्होंने सभी ग्रामीण कार्यालयों, लैम्प्स (लोकल एग्रीकल्चरल मार्केटिंग प्रोसेसिंग सोसाइटीज) और आम लोगों से अपील की है कि वे ऐसे कॉल या संदेशों से सतर्क रहें।
इतिहास की नजर से
साइबर ठगी का इतिहास भारत में पिछले एक दशक से तेजी से बढ़ा है। पहले ज्यादातर बैंकिंग फ्रॉड और फेक नौकरी ऑफर्स जैसे मामले देखने को मिलते थे। लेकिन अब ठग सरकारी योजनाओं और फसल बीमा जैसे अहम मुद्दों का सहारा लेकर ठगी को नया रूप दे रहे हैं। यह एक संकेत है कि साइबर अपराधियों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और लोगों को ठगने के लिए नए तरीके खोज रहे हैं।
कैसे करें खुद को सुरक्षित?
- संवेदनशील जानकारी शेयर न करें: किसी भी अज्ञात कॉल या संदेश पर अपनी बैंक जानकारी, आधार नंबर या पासवर्ड साझा न करें।
- सरकारी वेबसाइट्स से जानकारी प्राप्त करें: योजना से संबंधित जानकारी केवल आधिकारिक वेबसाइट्स से ही लें।
- शक होने पर रिपोर्ट करें: यदि आपको किसी कॉल या संदेश से शक हो, तो उसे तुरंत ब्लॉक करें और स्थानीय पुलिस या साइबर सेल को रिपोर्ट करें।
समाप्ति
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि साइबर अपराधी अब सरकारी योजनाओं का नाम लेकर भी ठगी कर रहे हैं। इसलिए, मधुश्री मिश्रा ने सभी से यह अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी अज्ञात संपर्क से अपनी जानकारी साझा न करें। अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहना ही सबसे बेहतर उपाय है।
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