Chakradharpur Bust: घर के अंदर चल रही थी नकली शराब की फैक्ट्री, पुलिस भी रह गई दंग!

चक्रधरपुर में एक घर के अंदर पुलिस ने नकली शराब की बड़ी फैक्ट्री का खुलासा किया है। शराब की बोतलों से लेकर सरकारी स्टिकर और ब्रांडेड ढक्कन तक सब कुछ मौजूद था।

Apr 11, 2025 - 15:34
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Chakradharpur Bust: घर के अंदर चल रही थी नकली शराब की फैक्ट्री, पुलिस भी रह गई दंग!
Chakradharpur Bust: घर के अंदर चल रही थी नकली शराब की फैक्ट्री, पुलिस भी रह गई दंग!

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर से एक बार फिर नकली शराब के काले कारोबार का खुलासा हुआ है। बुधवार की रात, पंप रोड स्थित एक साधारण से दिखने वाले मकान पर पुलिस ने जब छापा मारा, तो अंदर का नज़ारा देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। वहां चल रही थी एक पूरी नकली शराब फैक्ट्री, जिसमें बड़ी मात्रा में ब्रांडेड दिखने वाली शराब, सरकारी स्टिकर, और ढक्कन समेत तमाम उपकरण पाए गए।

गुप्त सूचना बनी छापेमारी की वजह

पुलिस को पहले से गुप्त सूचना मिली थी कि पंप रोड के एक घर में अवैध शराब निर्माण हो रहा है। सूचना मिलते ही चक्रधरपुर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए शाम को उस घर पर छापा मारा। दरवाजा खुलते ही सामने आया वो काला सच, जो इलाके में चल रहे इस अवैध शराब माफिया नेटवर्क की गंभीरता को उजागर करता है।

छापेमारी में क्या-क्या मिला?

  • शराब की भारी मात्रा में बोतलें

  • सरकारी और ब्रांडेड कंपनियों के नकली स्टिकर

  • ढक्कन

  • शराब निर्माण की अन्य सामग्री

कमरे के हर कोने में बिखरी थी ब्रांडेड शराब जैसी दिखने वाली बोतलें, नकली लेबल, सरकारी स्टीकर, और शराब निर्माण से जुड़ी सामग्रियां।

किनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है?

पुलिस ने इस मामले में शंकर प्रधान, प्रमोद सिंह और सतेन्द्र ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज किया है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि छापेमारी के दौरान किसी की गिरफ्तारी हुई है या नहीं, क्योंकि इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

इतिहास खुद दोहरा रहा है…

चक्रधरपुर और इसके आस-पास के इलाके पश्चिमी सिंहभूम में नकली शराब का यह धंधा कोई नई बात नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में कई बार ऐसी फैक्ट्रियों का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन हर बार एक नया ठिकाना सामने आ जाता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि बिना किसी कठोर कार्रवाई के ये अवैध नेटवर्क आसानी से अपने पाँव पसारते जा रहे हैं।

सेहत के लिए जानलेवा!

विशेषज्ञों का कहना है कि नकली शराब में ऐसे केमिकल्स का इस्तेमाल होता है, जो सीधे तौर पर लीवर, किडनी और दिमाग को नुकसान पहुंचाते हैं। अगर समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो ये जहरीली शराब कई लोगों की जान ले सकती है।

क्या पुलिस दिखाएगी सख्ती?

अब सवाल ये है कि चक्रधरपुर पुलिस इस बार असली गुनहगारों को कब तक पकड़ पाती है। जिस तरह से इलाके में लाइसेंसी दुकानों में भी नकली शराब मिलने की खबरें सामने आ रही हैं, उससे यह मामला और भी गंभीर हो जाता है।


एक शांत बस्ती में छुपी इस नकली शराब की फैक्ट्री ने पूरे चक्रधरपुर में हलचल मचा दी है। जब तक इस अवैध धंधे की जड़ तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक हर घर में इस ज़हर के पहुंचने का खतरा बना रहेगा। अब देखना ये है कि पुलिस इस बार कितनी दूर तक इस गोरखधंधे को खत्म कर पाती है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।