Chanpur: दो वर्षीय बच्चे को सांप ने डंसा, परिजनों में मचा हड़कंप
गुमला जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में एक दो वर्षीय बच्चे को सांप ने डंसा, जिससे परिजनों में अफरातफरी मच गई। जानें पूरी घटना और बच्चे की स्थिति के बारे में।
गुमला जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के नगर परहाटोली में शुक्रवार को एक दुखद घटना घटित हुई। दो वर्षीय ऋषि कंवर, जो कि जितेंद्र कंवर का पुत्र है, अपने घर के आंगन में खेल रहा था। तभी अचानक एक जहरीला सांप ने उसे डंसा, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई।
कैसे हुआ हमला?
घटना के समय, ऋषि अपने घर के आंगन में खेल रहा था, जब एक सांप ने उसे अचानक डंसा। जैसे ही ऋषि की स्थिति बिगड़ी, उसके परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों ने तत्काल उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया और स्थिति को गंभीर देखकर उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
चिकित्सकों का बयान
सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने ऋषि का इलाज किया और उसकी हालत में सुधार के लिए आवश्यक उपाय किए। स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों का कहना है कि बच्चे को शीघ्र उपचार मिलना उसके जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था। अब डॉक्टरों की देखरेख में बच्चे की स्थिति स्थिर है, लेकिन इलाज की प्रक्रिया जारी है।
स्वास्थ्य जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सांप के काटने के मामलों में त्वरित चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता कितनी महत्वपूर्ण है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को मिलकर काम करने की जरूरत है। विशेष रूप से बच्चों के लिए सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत करना होगा।
घटना के पीछे का इतिहास
गुमला जिले में इस तरह की घटनाएं दुर्लभ नहीं हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि जंगल के नजदीक बसे गांवों में सांपों का खतरा आम बात है, खासकर जब बारिश के मौसम में उनकी गतिविधियां बढ़ जाती हैं। यह घटना एक बार फिर प्रदर्शित करती है कि सांप के काटने से प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों को चेतावनी और सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
कानून और प्रबंधन की भूमिका
इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को स्वास्थ्य सुविधाओं को गांवों में पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वह सांप के काटने के मामलों के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाए और चिकित्सकों को समय पर प्रशिक्षण दे।
समाप्ति
ऋषि कंवर की हालत अब स्थिर है और परिजनों ने राहत की सांस ली है। इस घटना ने ग्रामीणों को एक बार फिर यह याद दिलाया है कि सावधानी और तत्परता से कई बार बड़े हादसों को टाला जा सकता है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।
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