Annual School Competitions: Madhusudan Public School ने खेलकूद प्रतियोगिता से रचा नया इतिहास

चक्रधरपुर में Madhusudan Public School और Madhusudan Mahto High School द्वारा तीन दिवसीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य आगाज। जानें प्रतियोगिता की मुख्य गतिविधियां और खेलों का महत्व।

Dec 14, 2024 - 20:57
Dec 14, 2024 - 20:57
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Annual School Competitions: Madhusudan Public School ने खेलकूद प्रतियोगिता से रचा नया इतिहास
Annual School Competitions: Madhusudan Public School ने खेलकूद प्रतियोगिता से रचा नया इतिहास

चक्रधरपुर के Madhusudan Public School और Madhusudan Mahto High School में तीन दिवसीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता 2024 का रंगारंग शुभारंभ हुआ। विद्यालय परिसर में आयोजित इस समारोह की शुरुआत बी.के. हिंदवार (विद्यालय के निदेशक) द्वारा झंडोत्तोलन और मशाल प्रज्वलन से की गई। इसके बाद आसमान में रंग-बिरंगे गुब्बारे उड़ाकर इस आयोजन को जीवंतता प्रदान की गई।

खेलकूद का महत्व: प्रेरणादायक संदेश

उद्घाटन समारोह में निदेशक बी.के. हिंदवार ने देश की प्रसिद्ध धाविका हिमा दास का उदाहरण देते हुए कहा:
"हर विद्यार्थी में कोई न कोई विशेष प्रतिभा होती है। उसे केवल पहचानने और निखारने की आवश्यकता है।"
उन्होंने बताया कि खेलकूद न केवल शरीर को फिट रखता है, बल्कि अनुशासन, नेतृत्व और टीम भावना जैसे गुणों को भी विकसित करता है।

विद्यालय के प्राचार्य के. नागराजू ने कहा कि,
"शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद का विद्यार्थी जीवन में विशेष महत्व है। विद्यार्थी जब खेल भावना और ईमानदारी से खेलते हैं, तो यह उनके व्यक्तित्व को नई ऊंचाइयों तक ले जाता है।"

प्रतियोगिता में छात्रों की ऊर्जा और उत्साह

इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रकार की खेल गतिविधियों का आयोजन किया गया है, जो विद्यार्थियों की शारीरिक और मानसिक क्षमताओं को निखारने में मदद करेगा। प्रतियोगिताओं की सूची में शामिल हैं:

  • दौड़ प्रतियोगिताएं: 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, और 800 मीटर
  • मैदान स्पर्धाएं: गोला फेंक, चक्का फेंक, ऊंची कूद, लंबी कूद
  • टीम खेल: फुटबॉल, वॉलीबॉल, खो-खो, कबड्डी
  • बौद्धिक खेल: शतरंज और कैरम

छात्रों ने उद्घाटन समारोह में मार्च पास्ट, पी.टी., नृत्य और संगीत जैसे कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिससे समारोह का माहौल बेहद शानदार और उत्साहपूर्ण हो गया।

खेलकूद का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

भारत में खेलकूद का एक समृद्ध इतिहास है। प्राचीन काल में अखाड़ों और कुश्ती जैसे खेलों को शारीरिक और मानसिक सशक्तिकरण का माध्यम माना जाता था।

  • आधुनिक समय में, विद्यालय स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए आयोजित की जाती हैं।
  • ये प्रतियोगिताएं न केवल प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करती हैं, बल्कि विद्यार्थियों को अनुशासन और मित्रता का पाठ भी पढ़ाती हैं।

उद्घाटन के यादगार पल

इस आयोजन के प्रमुख आकर्षण में शामिल थे:

  1. रंग-बिरंगे गुब्बारों का उड़ान: जिसने इस आयोजन को अद्वितीय बना दिया।
  2. निदेशक और प्राचार्य के संदेश: जिन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
  3. मंच संचालन: तनुजा नायक द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया।

विद्यालय के उप प्राचार्य बसंत कुमार महतो ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा:
"खेलकूद में मित्रता की भावना से खेलना चाहिए और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।"

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।