Khunti Murder Mystery: सोते वक्त कुल्हाड़ी से बुजुर्ग महिला की हत्या, जादू-टोना पर शक से गांव में दहशत

खूंटी में बुजुर्ग विधवा महिला की कुल्हाड़ी से हत्या। पुलिस ने जादू-टोना के शक पर भी शुरू की जांच, एक संदिग्ध हिरासत में। गांव में दहशत का माहौल।

Sep 18, 2025 - 14:54
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Khunti Murder Mystery: सोते वक्त कुल्हाड़ी से बुजुर्ग महिला की हत्या, जादू-टोना पर शक से गांव में दहशत
Khunti Murder Mystery: सोते वक्त कुल्हाड़ी से बुजुर्ग महिला की हत्या, जादू-टोना पर शक से गांव में दहशत

झारखंड के खूंटी जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक बुजुर्ग विधवा महिला की उस वक्त बेरहमी से हत्या कर दी गई, जब वह गहरी नींद में थीं। घटना ने पूरे गांव में दहशत और सवालों का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस ने मौके से कुल्हाड़ी, फावड़ा और डंडा बरामद किया है और एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

सोते वक्त हुआ खौफनाक हमला

मृतका की पहचान लुखी देवी के रूप में हुई है। वह अपने घर में बेटी और दामाद के साथ रहती थीं। जानकारी के मुताबिक, बुधवार देर रात जब लुखी देवी सो रही थीं, तभी अज्ञात हमलावरों ने उन पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिया। वह बिस्तर पर ही खून से लथपथ होकर दम तोड़ बैठीं।
हत्या इतनी खामोशी से की गई कि आसपास के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी।

बेटी और दामाद पर भी उठे सवाल

पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त लुखी देवी की बेटी और दामाद घर पर मौजूद नहीं थे। इस बात ने गांववालों के बीच कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का मानना है कि या तो हमला किसी करीबी ने किया है, या फिर घटना के पीछे कोई पुरानी रंजिश हो सकती है।

मौके से मिला सबूत

जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल से कुल्हाड़ी, फावड़ा और डंडा बरामद किया है। शुरुआती आशंका है कि इन्हीं हथियारों से वारदात को अंजाम दिया गया। फिलहाल सभी बरामद सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

जादू-टोना का एंगल भी आया सामने

इस सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस हर पहलू पर गौर कर रही है। एसडीपीओ वरुण रजक ने बताया कि महिला की हत्या जादू-टोना के शक में भी की गई हो सकती है। झारखंड के आदिवासी इलाकों में अक्सर विच हंटिंग यानी डायन बताकर हत्या की घटनाएं सामने आती रही हैं। इसी एंगल से भी जांच की जा रही है।

इतिहास की परतें – जब अंधविश्वास बना खून का कारण

झारखंड में जादू-टोना के शक में हत्या कोई नई बात नहीं है।

  • 2006 में खूंटी जिले में ही एक बुजुर्ग दंपति की हत्या इसी आरोप में कर दी गई थी।

  • 2015 में सिमडेगा में पांच महिलाओं को डायन बताकर पीट-पीटकर मार डाला गया।

  • 2021 में गोड्डा में भी ऐसी ही घटना हुई थी, जिसने पूरे राज्य को झकझोर दिया।
    इन घटनाओं से साफ है कि आधुनिक युग में भी अंधविश्वास समाज के लिए घातक साबित हो रहा है।

गांव में मातम और खौफ

लुखी देवी की मौत के बाद पूरा गांव गम और खौफ में है। ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि असली अपराधियों को जल्द से जल्द बेनकाब किया जाए। कई लोग मानते हैं कि इस घटना से गांव में जादू-टोना के डर को फिर से हवा मिल गई है।

पुलिस की तफ्तीश जारी

पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने गांव में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।

समाज के सामने बड़ा सवाल

यह घटना एक बार फिर इस सोच को सामने लाती है कि आखिर 21वीं सदी में भी लोग अंधविश्वास के नाम पर हिंसा क्यों कर रहे हैं? क्या शिक्षा और जागरूकता के अभाव में ही ऐसी घटनाएं बार-बार घट रही हैं? विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक जागरूकता नहीं बढ़ेगी, तब तक जादू-टोना के नाम पर खून बहना जारी रहेगा।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।