Jharkhand Weather : मॉनसून की विदाई से पहले 'जबरदस्त' कहर! आज और कल भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण झारखंड में मॉनसून विदाई से पहले कहर बरपा रहा है। IMD ने 4 अक्टूबर को पलामू, हजारीबाग, लातेहार और गढ़वा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जहां 60 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। 6 अक्टूबर के बाद मिलेगी राहत।

झारखंड में मॉनसून अपनी विदाई से पहले पूरी ताकत झोंक रहा है! राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है, जिसने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र के कारण आज (4 अक्टूबर) और कल (5 अक्टूबर) के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सड़कों पर जलभराव है और लोगों को घरों से निकलने में मुश्किल हो रही है।
यह मौसम प्रणाली अचानक सक्रिय हुई है, और IMD के अनुसार, यह चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से लगभग 9.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है, जिसके अगले 12 घंटों में और अधिक तीव्र होने की आशंका है। इसका सीधा मतलब है कि झारखंड के कई जिलों में मौसम का मिजाज बेहद खराब रहने वाला है।
किन जिलों में 'ऑरेंज' और 'येलो' अलर्ट?
IMD ने मौसम की गंभीरता को देखते हुए कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। इन अलर्ट्स का मतलब है कि लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है, खासकर खुले में काम करने वाले लोगों को।
ऑरेंज अलर्ट वाले जिले: खतरा अधिक!
पलामू, हजारीबाग, लातेहार, चतरा और गढ़वा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
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इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है।
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हवा की गति 50–60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे पेड़ों के गिरने और संपत्ति को नुकसान होने की आशंका है।
येलो अलर्ट वाले जिले: सतर्क रहें!
दुमका, गोड्डा, पाकुड़, साहिबगंज, चतरा और गढ़वा जैसे जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। इन इलाकों के लोगों को भी सतर्क रहने और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
किसान और मछुआरे रहें 'अत्यधिक' सतर्क
रांची मौसम विभाग ने विशेष रूप से मछली पकड़ने वालों और खेतों में कार्यरत किसानों को अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह दी है।
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वज्रपात का खतरा: मैदानी इलाकों में कार्य करते समय वज्रपात (बिजली गिरना) की स्थिति बन सकती है। ऐसे में खुले स्थानों पर रहने से जानमाल की हानि की संभावना बढ़ जाती है।
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लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम साफ होने तक खेतों और खुले स्थानों में जाने से बचें।
6 अक्टूबर के बाद मिलेगी राहत
मौसम विभाग ने राहत की खबर देते हुए बताया है कि 6 अक्टूबर के बाद बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का असर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगेगा। इसके बाद, बारिश की तीव्रता में कमी आएगी और आसमान साफ हो सकता है। इसके साथ ही झारखंड में मॉनसून का अंतिम चरण भी शुरू हो जाएगा।
तब तक, राज्य के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और सरकारी चेतावनियों पर ध्यान देने की जरूरत है।
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