Jharkhand Cyber Crime: शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र, एआईसीटीई ने दी चेतावनी!

झारखंड में शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीई के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर नौकरी देने की कोशिश की जा रही है। एआईसीटीई ने इस धोखाधड़ी के खिलाफ चेतावनी जारी की है।

Feb 4, 2025 - 16:03
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Jharkhand Cyber Crime: शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र, एआईसीटीई ने दी चेतावनी!
Jharkhand Cyber Crime: शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र, एआईसीटीई ने दी चेतावनी!

झारखंड में एक चिंताजनक मामला सामने आया है, जिसमें शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीई के अधिकारियों के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार किया जा रहा है। इन फर्जी पत्रों के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को नौकरी का लालच दिया जा रहा है। इस धोखाधड़ी के मामले में एआईसीटीई ने तुरंत चेतावनी जारी की है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। आइए जानते हैं इस मामले के बारे में और एआईसीटीई ने क्या कदम उठाए हैं।

फर्जी नियुक्ति पत्र का मामला
झारखंड में एक नई धोखाधड़ी की घटना सामने आई है, जिसमें तकनीकी संस्थानों में फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार किए जा रहे हैं। इन नियुक्ति पत्रों को एआईसीटीई (All India Council for Technical Education) और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नाम पर बनाया गया है। एआईसीटीई के उपनिदेशक डॉ. प्रशांत ने इस बारे में जानकारी दी और बताया कि एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों के नाम का गलत इस्तेमाल करके यह फर्जी पत्र तैयार किए जा रहे हैं।

फर्जी ईमेल और जाली दस्तावेज़ों का इस्तेमाल
डॉ. प्रशांत ने बताया कि फर्जी नियुक्ति पत्र वैध दिखाने के लिए जालसाज फर्जी ईमेल एड्रेस और जाली दस्तावेजों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एआईसीटीई किसी भी प्रकार के पत्र व्यवहार के लिए केवल अपने आधिकारिक डोमेन (aicte-india.org) का ही इस्तेमाल करता है। ऐसे फर्जी पत्रों का उद्देश्य युवाओं को धोखा देना है और उनकी मेहनत की कमाई से फंड जुटाना है। यह न केवल नौकरी के इच्छुक युवाओं के लिए, बल्कि एआईसीटीई और शिक्षा मंत्रालय की प्रतिष्ठा के लिए भी बड़ा खतरा है।

एआईसीटीई ने दी चेतावनी
एआईसीटीई ने इस प्रकार के फर्जी नियुक्ति पत्रों से बचने के लिए सभी शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों को चेतावनी दी है। संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे छात्रों और उनके अभिभावकों को इस धोखाधड़ी के बारे में जागरूक करें। एआईसीटीई ने बताया कि सभी छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को इस धोखाधड़ी की गतिविधियों के बारे में जानकारी देनी चाहिए ताकि वे इस तरह के फर्जी नौकरी प्रस्तावों से बच सकें।

क्या करें यदि आपको मिले फर्जी नियुक्ति पत्र?
एआईसीटीई ने यह भी कहा है कि यदि किसी को ऐसे फर्जी नियुक्ति पत्र मिलें, तो वह तुरंत संस्थान या एआईसीटीई के अधिकारियों से संपर्क करके पत्र की वैधता की जांच करें। इसके अलावा, संस्थानों और व्यक्तियों से यह अनुरोध किया गया है कि वे ऐसे मामलों की सूचना स्थानीय साइबर क्राइम सेल को दें, ताकि जल्दी से कार्रवाई की जा सके।

साइबर क्राइम सेल को सूचित करें
एआईसीटीई ने सभी संस्थानों से कहा है कि वे अपनी वेबसाइट और नोटिस बोर्ड पर इस धोखाधड़ी के बारे में अधिसूचना जारी करें और छात्रों को सतर्क करें। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान केवल आधिकारिक डोमेन (@aicte-india.org) या (@gov.in) से प्राप्त पत्रों का ही जवाब दें और किसी प्रकार का व्यक्तिगत डेटा न प्रदान करें।

धोखाधड़ी की जड़ में साइबर अपराध
यह घटना केवल एक व्यक्तिगत धोखाधड़ी का मामला नहीं है, बल्कि यह साइबर अपराध के रूप में भी उभर रही है, जहां तकनीकी रूप से सक्षम अपराधी फर्जी दस्तावेजों का निर्माण करते हैं और युवाओं को निशाना बनाते हैं। पिछले कुछ सालों में साइबर अपराधियों द्वारा इस तरह की धोखाधड़ी के मामलों में तेजी आई है, जिससे यह साबित होता है कि हम सभी को ऑनलाइन सुरक्षा और सतर्कता के प्रति अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है।


झारखंड में हो रही इस साइबर धोखाधड़ी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हमें अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क रहना चाहिए। एआईसीटीई की इस चेतावनी से यह भी स्पष्ट होता है कि साइबर अपराधियों का यह नेटवर्क कितना बड़ा हो सकता है, और हमें इनसे बचने के लिए लगातार सावधान रहना चाहिए। अगर आपको भी फर्जी नियुक्ति पत्र मिले, तो तुरंत इसकी जांच करें और रिपोर्ट करें, ताकि इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।

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