Jharia Robbery: दवा दुकानदार से डेढ़ लाख की लूट, बाइक समेत अपराधियों का तांडव
झरिया केंदुआ मार्ग पर दवा दुकानदार से डेढ़ लाख रुपये की लूट, बाइक और दवाइयों समेत अपराधियों ने दी घटना को अंजाम। जानें पूरी कहानी।
झरिया, 9 दिसंबर 2024: झरिया के केंदुआ मार्ग पर शनिवार देर रात अपराधियों के एक गिरोह ने दवा दुकानदार से लूटपाट की। अपराधियों ने शिमला बहाल निवासी शाहिद अंसारी को पीटकर उनसे बाइक, नकद रुपये और दवाइयों की पेटी समेत डेढ़ लाख रुपये का सामान लूट लिया। घटना ने क्षेत्र में भय का माहौल बना दिया है।
घटना का विवरण
शनिवार रात शाहिद अंसारी धनबाद स्थित अपनी दवा दुकान बंद कर शिमला बहाल स्थित घर लौट रहे थे। एना कोलियरी के पास भूली क्वार्टर के समीप एक दर्जन अपराधियों ने उनकी बाइक को घेर लिया। शाहिद ने पुलिस को बताया कि ये युवक 17-18 वर्ष की उम्र के थे।
जैसे ही शाहिद ने किनारे से बाइक निकालने की कोशिश की, दो युवकों ने पीछे से बाइक पकड़ ली। उन्होंने मारपीट कर शाहिद से बाइक (जेएच 10 बीएस 1363), 12,000 रुपये नकद और 15,000 रुपये मूल्य की दवाइयों की पेटी छीन ली। किसी तरह घायल शाहिद ने 100 नंबर पर फोन कर पुलिस को सूचित किया।
पुलिस की कार्रवाई और शिकायत
घटना की जानकारी मिलते ही झरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित से पूछताछ की। शाहिद ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में अपराधियों की गतिविधियों की जांच की जा रही है।
स्थानीय स्थिति और समस्या
यह इलाका पहले भी लूटपाट की घटनाओं के लिए कुख्यात रहा है। चार साल पहले यहां नियमित रूप से ऐसी घटनाएं होती थीं, लेकिन हाल के वर्षों में यह घटनाएं कम हो गई थीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब नशे के आदी युवकों ने इस मार्ग को फिर से असुरक्षित बना दिया है।
इतिहास: झरिया के अपराध और सुरक्षा का सवाल
झरिया क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से कोयला खदानों और मजदूर आंदोलनों के लिए जाना जाता है। हालांकि, पिछले कुछ दशकों में अपराध और नशे की समस्या ने इसे अशांत बना दिया है। केंदुआ मार्ग जैसे इलाके खासकर रात में अपराधियों के लिए आसान शिकार बनते रहे हैं।
पुलिस की नियमित गश्ती और सख्त निगरानी से कुछ साल पहले इस क्षेत्र में अपराध कम हो गए थे। लेकिन वर्तमान घटना ने फिर से पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय जनता की मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस से नियमित गश्ती बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि नशे के आदी युवकों को रोकने के लिए पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि नशे की लत और बेरोजगारी इन अपराधों का मूल कारण है। प्रशासन को इन मुद्दों पर गंभीरता से काम करना होगा।
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