Jamshedpur Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर सूर्य मंदिर में भव्य पतंग महोत्सव, मिलेगा आकर्षक पुरस्कार
जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में मकर संक्रांति पर भव्य पतंग महोत्सव का आयोजन। भगवान भास्कर की पूजा, पतंग प्रतियोगिता और खिचड़ी प्रसाद वितरण।
जमशेदपुर: मकर संक्रांति के पावन अवसर पर सिदगोड़ा सूर्य मंदिर समिति द्वारा 15 जनवरी को भव्य पतंग महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस ऐतिहासिक आयोजन की जानकारी समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे, और इसे पारंपरिक पतंगबाजी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
महोत्सव की खास बातें:
- स्थान: सूर्य मंदिर परिसर स्थित शंख मैदान
- तारीख: 15 जनवरी 2025
- मुख्य आकर्षण: पतंगबाजी प्रतियोगिता, भगवान भास्कर की पूजा, खिचड़ी प्रसाद वितरण
- पुरस्कार: सर्वश्रेष्ठ तीन पतंगबाजों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार
इतिहास से जुड़ी पतंगबाजी परंपरा
मकर संक्रांति का त्योहार सदियों पुरानी परंपराओं का हिस्सा रहा है। इसे सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का संकेत माना जाता है, जो नई ऊर्जा और फसल कटाई का प्रतीक है।
पतंग उड़ाने की परंपरा:
- पतंग उड़ाना सूर्य देवता की पूजा का एक प्रतीक माना जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि पतंगबाजी के माध्यम से लोग सूर्य की ओर आकर्षित होते हैं और ऊंचाइयों को छूने की प्रेरणा पाते हैं।
- भारत में गुजरात, राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी विशेष महत्व रखती है।
क्या होगा कार्यक्रम में?
1. भगवान भास्कर की पूजा:
- मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर भगवान भास्कर की विशेष पूजा होगी।
- श्रद्धालुओं द्वारा सूर्य देवता को अर्घ्य देने की परंपरा निभाई जाएगी।
2. भव्य पतंग महोत्सव:
- कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पतंगबाजी प्रतियोगिता होगी।
- जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों के पतंगबाज इसमें भाग लेंगे।
- तीन सर्वश्रेष्ठ पतंगबाजों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
3. खिचड़ी प्रसाद वितरण:
- 5,000 से अधिक श्रद्धालुओं के बीच खिचड़ी, चोखा और चटनी का प्रसाद वितरित किया जाएगा।
- यह प्रसाद सोन मंडप परिसर में श्रद्धापूर्वक वितरित किया जाएगा।
कौन कर रहा आयोजन?
महोत्सव को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है:
- पूजा व्यवस्था: अखिलेश चौधरी, शशिकांत सिंह, रमेश तिवारी
- पतंग महोत्सव संचालन: अमरजीत सिंह राजा, गुंजन यादव, शैलेश गुप्ता, कुमार अभिषेक, तेजिंदर सिंह जोनी, कंचन दत्ता, कृष्णा मोहन सिंह
- प्रसाद वितरण: भूपेंद्र सिंह, सुशांतो पांडा, दिनेश कुमार, राकेश सिंह, बोलटू सरकार, बंटी अग्रवाल
- प्रेस और मीडिया: प्रेम झा और प्रमोद मिश्रा
समिति अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह की अपील:
समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने क्षेत्र के सभी नागरिकों, विशेषकर युवाओं से अपील की है कि वे इस महोत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लें।
- पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने का सुनहरा अवसर है।
- सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास।
क्या है मकर संक्रांति का महत्व?
मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ मनाया जाता है।
- इस दिन से सूर्य उत्तरायण होते हैं, जिसे शुभ समय माना जाता है।
- फसल कटाई के इस पर्व में दान-पुण्य का विशेष महत्व है।
- झारखंड में इस अवसर पर खिचड़ी भोज और पतंगबाजी का विशेष महत्व है।
आकर्षक पुरस्कार और रोमांचक मुकाबला:
- प्रतियोगिता में तीन सर्वश्रेष्ठ पतंगबाजों को पुरस्कृत किया जाएगा।
- पुरस्कार की श्रेणियां:
- प्रथम स्थान: गोल्ड मेडल
- द्वितीय स्थान: सिल्वर मेडल
- तृतीय स्थान: ब्रॉन्ज मेडल
महोत्सव में भाग लेने के लिए सुझाव:
- अपनी पतंग और मांझा साथ लाएं।
- पर्यावरण के अनुकूल सामग्री का उपयोग करें।
- मांझे का सही चयन करें और सुरक्षा का ध्यान रखें।
सिदगोड़ा सूर्य मंदिर का यह पतंग महोत्सव न सिर्फ एक प्रतियोगिता है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक उत्सवों को संरक्षित करने का एक प्रयास भी है। अगर आप मकर संक्रांति के इस शुभ अवसर पर आनंद लेना चाहते हैं तो इस भव्य आयोजन में जरूर शामिल हों।
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