Jamshedpur Seizure: बस में मिले शराब के हजारों नकली ढक्कन, पुलिस को मिला बड़ा सुराग!
जमशेदपुर में पुलिस ने नकली शराब के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने एक बस से तीन बोरे नकली शराब के ढक्कन बरामद किए, जो रांची भेजे जा रहे थे। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है।

जमशेदपुर पुलिस ने नकली शराब माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए हजारों की संख्या में शराब के नकली ढक्कन बरामद किए हैं। यह खेप पारडीह चौक स्थित होटल सिटी इन के पास से गुजर रही बाबा बस से बरामद हुई। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए आज़ादनगर थाना पुलिस ने तुरंत बस को रोककर तीन बड़े बोरों में छिपाए गए ढक्कनों को जब्त किया। पुलिस के अनुसार, ये ढक्कन रांची भेजे जा रहे थे और नकली शराब कारोबार में इस्तेमाल किए जाने वाले थे।
कैसे हुआ खुलासा?
सूत्रों से मिली पक्की जानकारी के आधार पर आज़ादनगर थाना के टाइगर मोबाइल जवान जीतेन गोराई और एएसआई छोटेलाल हेम्ब्रम ने इस छापेमारी को अंजाम दिया। पुलिस ने जब कोलकाता से आ रही इस बस को रोका तो उसमें से तीन बोरों में बंद नकली शराब के ढक्कन बरामद हुए। दिलचस्प बात यह रही कि इन बोरों में से एक पर पूजा इलेक्ट्रॉनिक्स और दो अन्य पर मुकेश इलेक्ट्रॉनिक्स रांची लिखा हुआ था। पुलिस अब इस मामले की कड़ियों को जोड़कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह खेप कहां से लाई गई थी और किन लोगों तक पहुंचाई जानी थी।
क्या कहती है पुलिस?
शराब माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही पुलिस को शक है कि यह एक बड़े नकली शराब नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब्त किए गए ढक्कन नकली शराब को असली ब्रांड की बोतलों जैसा दिखाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। यह नेटवर्क पूरे झारखंड और आसपास के राज्यों में सक्रिय हो सकता है।
क्या नकली शराब का कारोबार बढ़ रहा है?
भारत में नकली शराब माफिया का जाल लंबे समय से फैला हुआ है। देशभर में हर साल सैकड़ों लोग नकली शराब पीने से अपनी जान गंवा देते हैं। नकली शराब बनाने वाले असली ब्रांड के नाम और डिजाइन का इस्तेमाल कर शराब की बोतलों में घातक केमिकल्स मिलाकर शराब तैयार करते हैं। इस मामले में भी यही संदेह जताया जा रहा है कि जब्त किए गए ढक्कन किसी बड़े नकली शराब के रैकेट का हिस्सा हो सकते हैं।
शराब माफियाओं पर कसा जाएगा शिकंजा!
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में जिन लोगों की संलिप्तता पाई जाएगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि
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ये नकली ढक्कन कहां बनाए गए थे?
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इसका असली मास्टरमाइंड कौन है?
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झारखंड में इस रैकेट का असली सरगना कौन है?
पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां
झारखंड में नकली शराब से जुड़ी घटनाएं पहले भी सामने आई हैं। पुलिस ने बीते साल भी कई बार नकली शराब माफियाओं पर कार्रवाई की थी, लेकिन यह गोरखधंधा पूरी तरह खत्म नहीं हो सका। इस ताजा कार्रवाई से पुलिस को उम्मीद है कि इस बार बड़े माफियाओं का भंडाफोड़ किया जा सकेगा।
अब आगे क्या होगा?
फिलहाल, पुलिस जब्त किए गए ढक्कनों की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह गिरोह किन-किन इलाकों में फैला हुआ है। साथ ही, जिन लोगों ने इस खेप को रांची भेजने की कोशिश की थी, उनकी गिरफ्तारी जल्द ही हो सकती है।
शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस की यह कार्रवाई नकली शराब उद्योग के खिलाफ एक कड़ा संदेश है। जमशेदपुर से रांची ले जाए जा रहे इन ढक्कनों के मिलने से साफ हो गया है कि यह अवैध कारोबार अभी भी सक्रिय है। अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो सतर्क रहें और असली-नकली की पहचान जरूर करें, वरना जानलेवा हो सकता है!
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