Jamshedpur Surgery Success: संजीव नेत्रालय में दिखा आंखों की चिकित्सा का अद्भुत संगम
जमशेदपुर स्थित संजीव नेत्रालय के 6वें स्थापना दिवस पर लाइव नेत्र सर्जरी और मेडिकल एजुकेशन कार्यक्रम ने चिकित्सा क्षेत्र में नई मिसाल कायम की। देशभर से जुटे विशेषज्ञों ने अत्याधुनिक तकनीकों से मरीजों को राहत दी।

जमशेदपुर का प्रतिष्ठित नेत्र चिकित्सा संस्थान संजीव नेत्रालय इस सप्ताह एक ऐतिहासिक मौके का गवाह बना। अपने 6वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में संस्थान ने एक भव्य लाइव नेत्र सर्जरी एवं Continuing Medical Education (CME) कार्यक्रम का आयोजन किया, जो न केवल शहर बल्कि पूरे राज्य की चिकित्सा प्रणाली के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।
यह आयोजन न केवल चिकित्सकीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि इससे जुड़ी सामाजिक भावना ने भी लोगों को प्रभावित किया। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन डॉ. साहिल पाल ने किया, जिन्होंने इस पहल को 'स्वास्थ्य सेवा में नई क्रांति' बताया।
देशभर से जुटे नेत्र विशेषज्ञ, दिखा चिकित्सा का असाधारण संगम
कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञों ने कई जटिल नेत्र शल्य चिकित्सा का लाइव प्रदर्शन किया। इनमें शामिल रहे:
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डॉ. डी. के. सिंघल (जमशेदपुर)
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डॉ. संजीव कुमार तिरिया, निदेशक – संजीव नेत्रालय
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डॉ. कुमार साकेत (जमशेदपुर)
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डॉ. रवि दौलत बरहाबिया (जमशेदपुर)
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डॉ. राजीव प्रियदर्शी, विट्रियो रेटिना सर्जन
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डॉ. राहुल बाहेकर, संजीवनी नेत्रालय, महाराष्ट्र
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डॉ. सुबोध सिंह, रांची
इन विशेषज्ञों ने विट्रियो रेटिना सर्जरी, मोतियाबिंद ऑपरेशन जैसे कई जटिल मामलों पर सर्जरी की, जिन्हें लाइव दिखाया गया और युवा डॉक्टर्स को नई तकनीकें सिखाई गईं।
चिकित्सा नवाचार के मंच पर देश के दिग्गज
कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा और शोध के क्षेत्र में अग्रणी डॉक्टरों ने अपने अनुभव साझा किए, जिनमें शामिल थे:
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डॉ. पार्था बिस्वास, अध्यक्ष, ऑल इंडिया ऑप्थालमोलॉजिकल सोसाइटी
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डॉ. रुपक कांति बिस्वास, वरिष्ठ विट्रियो रेटिना विशेषज्ञ, कोलकाता
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डॉ. अनिरुद्ध मैती, ग्लोबल आई हॉस्पिटल, कोलकाता
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डॉ. मनीष सिंह, ग्लूकोमा विशेषज्ञ
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डॉ. शाहिद आलम, शंकरा नेत्रालय
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डॉ. मिहिर कुमार साहू, एएमआरआई हॉस्पिटल, भुवनेश्वर
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डॉ. भारती शर्मा, टाटा मेन हॉस्पिटल, जमशेदपुर
इन सभी ने आधुनिक तकनीकों, ग्लूकोमा, कॉर्निया और रेटिना सर्जरी के नवीनतम शोध व इलाज की विधियों पर जानकारी दी। डॉक्टरों ने बताया कि किस प्रकार AI तकनीक और Robotic Tools अब आंखों की जटिल सर्जरी को आसान बना रहे हैं।
समाज सेवा और तकनीक का मिलन
संजीव नेत्रालय केवल चिकित्सा में ही नहीं, बल्कि समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संस्थान आयुष्मान भारत योजना एवं राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत समय-समय पर निःशुल्क नेत्र जांच शिविर आयोजित करता है। मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज आम जनता को बिना खर्च के मुहैया करवाया जाता है।
डॉ. संजीव कुमार तिरिया ने अपने वक्तव्य में कहा:
“हमारा उद्देश्य है कि समाज के हर वर्ग तक उन्नत, सुलभ और विश्वसनीय नेत्र चिकित्सा पहुंचे। यह कार्यक्रम हमें सीखने, साझा करने और नई दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देता है।”
इतिहास में भी खास है संजीव नेत्रालय की पहचान
संजीव नेत्रालय की शुरुआत महज एक क्लिनिक के रूप में हुई थी, लेकिन वर्षों की कड़ी मेहनत और जन सेवा की भावना ने इसे कोल्हान प्रमंडल का प्रमुख नेत्र चिकित्सा केंद्र बना दिया। खास बात यह है कि संस्थान ने हमेशा सभी वर्गों के मरीजों को प्राथमिकता दी है — चाहे वो ग्रामीण इलाकों से हों या शहरी क्षेत्र से।
उम्मीदों की नई रोशनी
संजीव नेत्रालय के 6वें स्थापना दिवस का यह कार्यक्रम यह दर्शाता है कि जब चिकित्सा सेवा, तकनीक और समाज सेवा एक मंच पर मिलते हैं, तो चमत्कार संभव है। यह आयोजन न केवल चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए एक प्रेरणास्रोत भी।
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