Jamshedpur Exam Centers: मैट्रिक और इंटर परीक्षा 2025 के लिए केंद्रों का निर्धारण, उपायुक्त ने दिए सख्त निर्देश
जमशेदपुर में मैट्रिक और इंटर परीक्षा 2025 के लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण। सुरक्षा, मूल्यांकन और संचालन के लिए उपायुक्त अनन्य मित्तल ने महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए।
जमशेदपुर डीसी ऑफिस (समाहरणालय सभागार) में मंगलवार को उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2025 में होने वाली वार्षिक माध्यमिक (मैट्रिक) और इंटरमीडिएट (कला, विज्ञान, वाणिज्य) परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण, मूल्यांकन व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन को सुनिश्चित करना था।
बैठक में उपायुक्त के साथ एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) अनिकेत सचान, एसडीएम शताब्दी मजूमदार, सिटी एसपी कुमार शिवाशीष, जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष पांडेय, जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार, और शिक्षा संघों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
परीक्षाओं में कितने छात्र होंगे शामिल?
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मैट्रिक परीक्षा 2025:
- कुल परीक्षार्थी: 25,380
- घाटशिला अनुमंडल में 26 परीक्षा केंद्र
- धालभूम अनुमंडल में 45 परीक्षा केंद्र
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इंटर परीक्षा 2025:
- कला संकाय: 13,595 परीक्षार्थी
- विज्ञान: 4,697 परीक्षार्थी
- वाणिज्य: 3,964 परीक्षार्थी
- घाटशिला अनुमंडल में 12 और धालभूम अनुमंडल में 23 केंद्र
परीक्षा संचालन के लिए ऐतिहासिक कदम
जमशेदपुर में परीक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उपायुक्त ने कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। पहली बार, दोनों अनुमंडल मुख्यालयों में वज्रगृह सह नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे। यह केंद्र प्रश्न पत्रों की सुरक्षा और परीक्षा संचालन की निगरानी में सहायक होंगे।
प्रश्न पत्र सुरक्षा: बैंकों में होगा भंडारण
परीक्षा के प्रश्न पत्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, निकटस्थ राष्ट्रीयकृत बैंकों में प्रश्न पत्र भंडारण का निर्णय लिया गया है। साथ ही, परीक्षा समाप्ति के बाद सील बंद उत्तर पुस्तिकाओं को वज्रगृह तक लाने की जिम्मेदारी उड़नदस्ता सह जोनल दंडाधिकारी को सौंपी गई है।
सुरक्षा व्यवस्था पर जोर
परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रत्येक केंद्र पर एक स्थिर दंडाधिकारी के साथ महिला और पुरुष आरक्षियों की प्रतिनियुक्ति होगी। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों के पास विशेष निगरानी दल (उड़नदस्ता) तैनात रहेगा।
मदरसा परीक्षा केंद्र का निर्धारण
मदरसा परीक्षाओं के लिए सेन्ट्रल करीमिया उच्च विद्यालय, साकची को केंद्र के रूप में प्रस्तावित किया गया है।
परीक्षा केंद्र निर्धारण: ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
भारत में परीक्षा केंद्रों का निर्धारण एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया रही है। 1950 के दशक में परीक्षाओं के दौरान गड़बड़ी और कदाचार के मामलों में बढ़ोतरी हुई थी, जिसके बाद केंद्र निर्धारण और सुरक्षा उपायों पर सख्त प्रावधान लाए गए।
जमशेदपुर में यह नई पहल न केवल परीक्षा को पारदर्शी बनाएगी बल्कि छात्रों के लिए एक सुरक्षित और व्यवस्थित वातावरण भी सुनिश्चित करेगी।
परीक्षा में निष्पक्षता और सुगमता पर जोर
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो। परीक्षार्थियों को एक निष्पक्ष और तनावमुक्त माहौल में परीक्षा देने का अवसर प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
परीक्षार्थियों के लिए संदेश
परीक्षा के सफल संचालन के लिए छात्रों और उनके अभिभावकों को भी सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की गई है।
जमशेदपुर में 2025 की परीक्षाओं के लिए यह नई व्यवस्था न केवल छात्रों को लाभान्वित करेगी बल्कि शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पहल से परीक्षा संचालन में कितना सुधार होता है।
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